सीमा पर देश की रक्षा करते हुए बीएसएफ के कांस्टेबल दीपक चिमंगखम ने वीरगति प्राप्त की। शनिवार को आरएस पुरा सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी गोलीबारी के दौरान दीपक गंभीर रूप से घायल हो गए थे। रविवार को इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। बीएसएफ के डीजी और अन्य अधिकारियों ने उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। सोमवार को जम्मू के पलौड़ा स्थित फ्रंटियर मुख्यालय में सैन्य सम्मान के साथ उन्हें श्रद्धांजलि दी जाएगी।
पाकिस्तानी गोलीबारी में एक और जवान शहीद
पाकिस्तान की ओर से हुई गोलीबारी में कुल आठ जवान घायल हुए थे, जिनमें से सब इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज की शनिवार को शहादत हो गई थी। रविवार को फ्रंटियर मुख्यालय जम्मू में पूरे सम्मान के साथ पुष्पांजलि समारोह आयोजित किया गया।
घायलों के उपचार पर उपराज्यपाल का निर्देश
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जम्मू जीएमसी के निदेशक को घायल जवानों और नागरिकों के उचित इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। रविवार को जीएमसी का निरीक्षण करते हुए उपराज्यपाल ने घायलों से मुलाकात की और उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। जीएमसी प्रबंधन ने बताया कि सभी घायलों की हालत अब स्थिर है।
उपचाराधीन घायलों की सूची
अस्पताल में भर्ती घायलों में राजवंश सिंह (13), गुरमीत सिंह (55), अंजु बाला (48), पूनम टंडन (52), शोभित टंडन (28) निवासी पुंछ, अशोक कुमार (48) निवासी राजौरी, रमीज खान (48) निवासी खिलानी पुंछ, हितकाशी निवासी रिहाड़ी, विनीत गुप्ता (45) रिहाड़ी, नीरज गुप्ता (53) निवासी रिहाड़ी, राजिंद्र कुमार (50) निवासी रिहाड़ी, आजिया बीबी (14) निवासी खैरी करन, शमा बेगम (50) बनतालाब, सोहन लाल (30) निवासी नौशेरा और मोहम्मद इशफाक (14) तिरयाठ शामिल हैं।
उपराज्यपाल ने निर्देश दिए कि घायल नागरिकों और जवानों को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा मिले और उनके इलाज में कोई कमी न हो। उन्होंने सभी के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की।