योगी सरकार की नई रणनीति: कृषि अर्थव्यवस्था में बदलाव, एक्सपोर्ट और फूड सिक्योरिटी पर फोकस

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने प्रदेश की कृषि अर्थव्यवस्था में व्यापक बदलाव लाने के लिए एक नई और बहुआयामी रणनीति की घोषणा की है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य प्रदेश की अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाना, कृषि उत्पादकता बढ़ाना और किसानों की आय में वृद्धि करना है। इसके तहत राज्य में एक्सपोर्ट को बढ़ावा देने और फूड सिक्योरिटी को मजबूत करने के लिए कई योजनाएं शुरू की गई हैं।

क्या है रणनीति का मुख्य उद्देश्य?

इस रणनीति का लक्ष्य राज्य की कृषि व्यवस्था को पारंपरिक खेती से हटाकर आधुनिक, व्यावसायिक और निर्यातोन्मुखी बनाना है। इसके लिए सरकार ने निम्नलिखित बिंदुओं पर जोर दिया है:

  1. हॉर्टिकल्चर का बढ़ावा:
    • फल और सब्जियों की खेती को बढ़ावा देने के लिए विशेष योजनाएं।
    • पारंपरिक खेती की तुलना में हॉर्टिकल्चर से दोगुनी से ढाई गुना तक अधिक आय संभव।
    • लेबर-इंटेंसिव होने के कारण अधिक रोजगार के अवसर।
  2. लोकल प्रोसेसिंग को बढ़ावा:
    • जिले स्तर पर छोटी-बड़ी 1000 प्रोसेसिंग यूनिट्स स्थापित करने का लक्ष्य।
    • प्रधानमंत्री फूड अपग्रेडेशन स्कीम के तहत यूनिट लगाने पर 35% सब्सिडी और 30 लाख तक का लोन।
    • महिला उद्यमियों को सोलर प्लांट लगाने पर 90% तक सब्सिडी।
    • अब तक 17,000 प्रोसेसिंग यूनिट्स स्थापित की जा चुकी हैं।
  3. ग्लोबल मार्केट तक पहुंच:
    • राज्य के कृषि उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए गुणवत्ता सुधार पर जोर।
    • लोकल मार्केट में भी उत्पादकता और गुणवत्ता सुधारने के लिए विशेष योजनाएं।
    • किसानों को बेहतर कीमत दिलाने के लिए मार्केटिंग सुविधाओं का विकास।

फूलों और सब्जियों की खेती को मिलेगा बढ़ावा

योगी सरकार ने बाराबंकी के त्रिवेदीगंज में 7 हेक्टेयर जमीन पर इंडो-डच सेंटर फॉर एक्सीलेंस स्थापित करने की योजना बनाई है। इस परियोजना में नीदरलैंड के कृषि विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी।

  • उद्देश्य:
    • फूलों और सब्जियों की खेती में नवाचार और तकनीकी प्रशिक्षण।
    • अनुसंधान और विकास के माध्यम से खेती की आधुनिक विधियों को बढ़ावा देना।
    • किसानों को वैश्विक मानकों के अनुरूप खेती की तकनीकें सिखाना।

अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव

सरकार का मानना है कि कृषि क्षेत्र में यह परिवर्तन न केवल किसानों की आय को दोगुना करेगा बल्कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था को भी नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।

  • नए रोजगार सृजन:
    • नर्सरी, प्लांटेशन, हार्वेस्टिंग, ग्रेडिंग, पैकिंग और मार्केटिंग में रोजगार के अवसर।
    • लेबर-इंटेंसिव खेती से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार वृद्धि।
  • कृषि उत्पादकता में सुधार:
    • पारंपरिक खेती के बजाय फलों और सब्जियों की खेती से उत्पादकता में वृद्धि।
    • एक्सपोर्ट बढ़ने से किसानों की आमदनी में बढ़ोतरी।

विशेषज्ञों की राय

कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (CII) के अध्यक्ष संजीव पुरी का कहना है कि उत्तर प्रदेश में कृषि को आय-उन्मुख बनाना और अंतरराष्ट्रीय मांग के अनुसार उत्पादन करना जरूरी है। योगी सरकार की यह नई रणनीति किसानों की आय को दोगुना करने के साथ ही प्रदेश की अर्थव्यवस्था को भी सशक्त बनाएगी।

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