राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रवक्ता सुनील आंबेकर ने बुधवार को ऑपरेशन सिंदूर की सराहना करते हुए इसे वीरता का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि भारत एक वीरों का देश है और ऑपरेशन सिंदूर ने दुनिया को यह संदेश दिया है।
लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर की पुस्तक ‘जीवन एवं विरासत’ के विमोचन के मौके पर आंबेकर ने कहा कि भारत के पास छत्रपति शिवाजी महाराज और अहिल्याबाई जैसी वीरांगनाओं की प्रेरणादायक विरासत है। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी को भी भारत आकर हमारी महिलाओं के माथे का सिंदूर मिटाने का अधिकार नहीं है।
नया भारत और आर्थिक समृद्धि
आंबेकर ने कहा कि भारत अब आर्थिक समृद्धि की ओर अग्रसर है और व्यापारिक विकास के साथ शांति और एकता बनाए रखना भी अहम है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद ऑपरेशन सिंदूर जैसे कदम जरूरी थे ताकि दुनिया को संदेश मिले कि भारत अपनी सुरक्षा से समझौता नहीं करेगा।
ऑपरेशन सिंदूर: 9 आतंकी ठिकाने ध्वस्त
सात मई को शुरू हुए ऑपरेशन सिंदूर का मुख्य उद्देश्य पहलगाम हमले का बदला लेना था, जिसमें 26 निर्दोष लोग मारे गए थे। इस सैन्य अभियान के तहत भारत ने पाकिस्तान में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक हमला किया, जिसमें 100 से अधिक आतंकवादी ढेर हो गए। ध्वस्त किए गए ठिकानों में लश्कर, जैश और हिजबुल के आतंकी केंद्र शामिल थे।
तनाव के बीच भारत की सख्त प्रतिक्रिया
इस हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया। पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई की कोशिश की, लेकिन भारतीय सेना ने उसकी हर कोशिश को नाकाम कर दिया। आंबेकर ने इस सफल ऑपरेशन के लिए भारतीय सेना की प्रशंसा की और कहा कि यह नया भारत है जो अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए दृढ़ है।