जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को पहलगाम आतंकी हमले और उसके बाद की कार्रवाई को लेकर एक अहम बयान दिया। उन्होंने हालिया सीजफायर के बाद राज्य में शांति, सुरक्षा और पर्यटन की स्थिति पर भी अपनी राय व्यक्त की। सीएम उमर ने भारत-पाकिस्तान सीजफायर को सकारात्मक कदम बताते हुए कहा कि सीमा पर अब पूरी तरह शांति है और गोलीबारी की घटनाएं बंद हो चुकी हैं।
सीजफायर के बाद राज्य में हालात बेहतर
उमर अब्दुल्ला ने भारत-पाकिस्तान संघर्ष के दौरान हुई गोलीबारी से हुए नुकसान का आकलन करने की बात भी कही। उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार और केंद्र सरकार मिलकर प्रभावित क्षेत्रों में सुधार और पुनर्वास का कार्य करेंगी ताकि आम जनता की जिंदगी सामान्य हो सके। उन्होंने भारत सरकार द्वारा प्रतिनिधिमंडल भेजने की योजना की भी सराहना की।
अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा प्राथमिकता
पहलगाम हमले के बाद सेना द्वारा चलाए गए “ऑपरेशन सिंदूर” की सराहना करते हुए सीएम उमर ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति को सख्ती से लागू किया जा रहा है। उन्होंने अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने की बात कही, ताकि तीर्थयात्रियों को किसी भी तरह की परेशानी न हो।
पर्यटन पर आतंक का प्रभाव
मुख्यमंत्री ने इस बात पर भी चिंता जताई कि आतंकवादी घटनाओं के कारण जम्मू-कश्मीर में गर्मियों के मौसम का पर्यटन उद्योग बुरी तरह प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के चलते आम जनता की आजीविका और पर्यटन आधारित अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर पड़ा है। उमर अब्दुल्ला ने इस बात पर जोर दिया कि राज्य में शांति और सुरक्षा बहाल कर पर्यटन को फिर से बढ़ावा देना आवश्यक है।
भारत की एकता की मिसाल
उमर अब्दुल्ला का यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत ने आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए “ऑपरेशन सिंदूर” के माध्यम से पाकिस्तान समर्थित आतंकी गतिविधियों को कड़ा जवाब दिया है। ऐसे में राजनीतिक दलों ने भी एकजुटता दिखाते हुए देश की एकता का संदेश दिया है। गौरतलब है कि 10 मई को भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर पर सहमति बनी थी, जिसके बाद सीमा पर शांति का माहौल बना हुआ है।