कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारत-पाकिस्तान के हालिया टकराव को लेकर केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने पाकिस्तान को हमले की पूर्व सूचना दिए जाने पर सवाल उठाते हुए इसे एक प्रकार का अपराध बताया। राहुल गांधी ने कहा कि हमारे हवाई हमले से पहले पाकिस्तान को सूचित करना गलत है, और इस बात को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी सार्वजनिक तौर पर स्वीकार किया है।
राहुल गांधी ने केंद्र से दो अहम सवाल किए हैं—पहला यह कि इस सूचना देने का अधिकार किसने दिया और दूसरा, इस कदम के कारण हमारी वायुसेना ने कितने विमान खोए? विपक्ष के अन्य नेता भी इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं, जबकि सरकार ने कई पहलुओं पर अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है।

विदेश मंत्री के बयान का भी किया हवाला
राहुल गांधी ने अपने पोस्ट में विदेश मंत्री एस जयशंकर का एक वीडियो भी साझा किया, जिसमें उन्होंने बताया कि भारत ने पाकिस्तान को संदेश भेजकर आतंकवादी ठिकानों पर हवाई हमला किया, लेकिन सेना के ठिकानों को निशाना नहीं बनाया गया।
जयराम रमेश का केंद्र और विदेश मंत्री पर निशाना
कांग्रेस के जयराम रमेश ने भी सरकार और विदेश मंत्री पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि अमेरिकी विदेश मंत्री के रहस्यमय खुलासों पर भारत के विदेश मंत्री कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पा रहे हैं। रमेश ने इसे भारत के लिए शर्मनाक बताया और विदेश मंत्री के पद पर बने रहने पर सवाल उठाए।
चीन को क्लीन चिट देने पर मोदी सरकार की आलोचना
जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 जून 2020 को चीन को सार्वजनिक रूप से क्लीन चिट देकर देश की रणनीतिक स्थिति कमजोर कर दी। उन्होंने कहा कि इस बयान ने भारत की कूटनीति को नुकसान पहुंचाया और चीन के खिलाफ भारत की स्थिति कमजोर हुई।
रमेश ने यह भी कहा कि विदेश मंत्री के तौर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले व्यक्ति ने इस बयान के जरिए देश को धोखा दिया है, जो भारत की विदेश नीति की दिशा पर गंभीर सवाल खड़े करता है।