भारतीय उद्योगपति मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस रिटेल अब ऑनलाइन रिटेल मार्केट में अपनी मजबूत मौजूदगी दर्ज कराने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने डार्क स्टोर खोलने की योजना बनाई है, जिससे क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स जैसे जेप्टो, ब्लिंकिट, स्विगी इंस्टामार्ट और बिगबास्केट को कड़ी टक्कर दी जा सके।
डार्क स्टोर खोलने की रणनीति
रिलायंस रिटेल, स्पेंसर और मोर जैसी कंपनियां नए डार्क स्टोर स्थापित कर रही हैं। रिलायंस रिटेल के मुख्य वित्तीय अधिकारी दिनेश तलुजा ने बताया कि कंपनी का लक्ष्य 30 मिनट से कम समय में डिलीवरी प्रदान करना है। इसके लिए उन क्षेत्रों में डार्क स्टोर खोले जा रहे हैं, जहां ऑर्डर की मांग अधिक है और मौजूदा स्टोर से इतनी तेज डिलीवरी संभव नहीं है।
डार्क स्टोर छोटे वेयरहाउस होते हैं, जो 2-3 किलोमीटर के दायरे में त्वरित डिलीवरी करने में सक्षम होते हैं। मोर रिटेल, जो भारत में अमेजन फ्रेश का सबसे बड़ा विक्रेता है, ने भी हाल ही में 45 डार्क स्टोर खोले हैं और अब 100 और खोलने की योजना बना रहा है।
ऑनलाइन रिटेल में बढ़त
NielsenIQ की रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी-मार्च तिमाही में मेट्रो शहरों में ई-कॉमर्स की हिस्सेदारी में तेजी देखी गई है। ऑनलाइन बाजार में 40% की वृद्धि हुई है, जबकि पारंपरिक और आधुनिक व्यापार में क्रमशः 2.2% और 7.7% की गिरावट दर्ज की गई है। इस बढ़ोतरी का मुख्य कारण ऑनलाइन खरीदारी में तेजी और बड़े ऑर्डर साइज को माना जा रहा है।
स्पेंसर रिटेल का कदम
स्पेंसर रिटेल के सीईओ अनुज सिंह ने बताया कि डार्क स्टोर फिलहाल उनकी प्राथमिकता नहीं हैं, लेकिन कोलकाता में एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया गया है। इस प्रोजेक्ट के जरिए उन क्षेत्रों में 30 मिनट की डिलीवरी सुनिश्चित की जा रही है, जहां स्टोर की पहुंच सीमित है।
रिलायंस रिटेल का बड़ा दांव
रिलायंस रिटेल की इस पहल का उद्देश्य न केवल क्विक कॉमर्स में अपनी पकड़ मजबूत करना है, बल्कि ग्राहकों को तेज और किफायती सेवाएं प्रदान कर बाजार में अपनी स्थिति को और मजबूत करना भी है।