कुरुक्षेत्र के हरकीरत सिंह पर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में कोई ठोस सबूत नहीं मिलने पर हिसार एसटीएफ ने पूछताछ के बाद उन्हें रविवार देर रात रिहा कर दिया। जांच में न तो हरकीरत सिंह का यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा से कोई संबंध पाया गया और न ही जासूसी की पुष्टि हुई। हरकीरत सिंह हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (HSGMC) के सुपरवाइजर हैं और कुरुक्षेत्र से पाकिस्तान जाने वाली संगत के वीजा की प्रक्रिया का काम देखते हैं।
आरोपों का सत्यापन नहीं हुआ
हरकीरत सिंह पर आरोप था कि वह पाकिस्तानी उच्चायोग के अधिकारी दानिश और हिसार की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा के संपर्क में थे। इसके अलावा, पाकिस्तान यात्रा के दौरान दानिश को सिरोपा भेंट करने की तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई थीं। हालांकि, हिसार एसटीएफ की पूछताछ में इन आरोपों की पुष्टि नहीं हो सकी। हरकीरत को मध्य रात्रि में ही रिहा कर दिया गया।
संगत को पाकिस्तान भेजने का जिम्मा
बैसाखी पर्व के दौरान हरकीरत ने कुरुक्षेत्र से 300 से अधिक संगत को पाकिस्तान स्थित करतारपुर साहिब के लिए रवाना किया था। इसमें कुछ संदिग्ध लोगों के शामिल होने की बात सामने आई थी, लेकिन इसकी भी पुष्टि नहीं हो सकी।
कानूनी प्रक्रिया का पालन
पुलिस जांच में सामने आया कि हरकीरत सिंह को HSGMC ने पाकिस्तान वीजा प्रक्रिया की जिम्मेदारी सौंपी थी। इस दौरान उनकी मुलाकात पाकिस्तानी अधिकारी दानिश से हुई थी, जो कानूनी रूप से सही पाई गई। आवश्यक पूछताछ और बयान दर्ज करने के बाद, एसटीएफ ने हरकीरत को रिहा कर दिया।
हरकीरत के पिता की प्रतिक्रिया
हरकीरत सिंह के पिता सुखबीर सिंह, जो कैंसर के मरीज हैं, ने बताया कि हरकीरत को शनिवार रात श्याम कॉलोनी से हिरासत में लिया गया था। इस दौरान हरियाणा पुलिस के 6 अधिकारी मौजूद थे। हिरासत में लेने का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें एसटीएफ की टीम हरकीरत को लेकर जाती दिख रही है।