केंद्र सरकार द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को वैश्विक स्तर पर प्रचारित करने के लिए सर्वदलीय सांसदों को विदेश यात्रा पर भेजे जाने की योजना पर राजनीतिक विवाद तेज हो गया है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने बुधवार को इस पहल को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए इसे “पीआर स्टंट” और “ध्यान भटकाने की कोशिश” करार दिया।
उन्होंने सवाल उठाया कि सरकार ने अभी तक न तो पहलगाम आतंकी हमले और न ही पाकिस्तान-चीन से जुड़े महत्वपूर्ण मसलों पर संसद का कोई विशेष सत्र बुलाया है। रमेश ने कहा, “अगर सरकार वाकई इन मुद्दों को लेकर गंभीर है, तो फिर विशेष सत्र क्यों नहीं बुलाया गया?”
पीएम की गैरमौजूदगी पर उठे सवाल
कांग्रेस नेता ने यह भी बताया कि विपक्षी दल 22 अप्रैल से सर्वदलीय बैठक की मांग कर रहे थे। दो बैठकें हुईं, लेकिन प्रधानमंत्री उनमें शामिल नहीं हुए। इसके बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर संसद सत्र बुलाने की मांग की थी। जयराम रमेश का कहना है कि पाकिस्तान की आतंकवाद-समर्थक नीतियों और उसके चीन के साथ गहरे होते संबंधों पर चर्चा जरूरी थी, लेकिन सरकार इन मुद्दों से ध्यान हटाकर जातिगत जनगणना और अब यह अंतरराष्ट्रीय यात्रा जैसे विकल्प चुन रही है।
“राहुल नहीं, चीन दे रहा पाकिस्तान को ऑक्सीजन”
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा के उस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए जिसमें उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी पाकिस्तान को ‘ऑक्सीजन’ दे रहे हैं, जयराम रमेश ने पलटवार करते हुए कहा कि असली मदद पाकिस्तान को चीन से मिल रही है। रमेश ने कहा, “पहलगाम हमले के पीछे जिन आतंकियों का हाथ था, उन्हें पकड़ा जाना चाहिए। पाकिस्तान अपने दम पर यह सब नहीं कर सकता—इसके पीछे चीन की भूमिका है।”
सरकार पर असली मुद्दों से भटकाने का आरोप
जयराम रमेश ने कहा कि बीजेपी खुद पाकिस्तान और चीन के रिश्तों को लेकर दोहरा रवैया अपनाती रही है। उन्होंने कहा, “पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी लाहौर गए, नरेंद्र मोदी नवाज शरीफ के घर गए और जसवंत सिंह ने जिन्ना की तारीफ की थी।” उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार अब केवल सांसदों के विदेश दौरों के ज़रिए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का प्रचार कर रही है, लेकिन आतंकियों को पकड़ने जैसे गंभीर मसलों पर ठोस कार्रवाई नहीं हो रही।
सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल रवाना
इसी बीच, जदयू सांसद संजय कुमार झा के नेतृत्व में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल बुधवार को जापान, दक्षिण कोरिया, मलेशिया, इंडोनेशिया और सिंगापुर के लिए रवाना हुआ। झा ने इस यात्रा को भारत की वैश्विक कूटनीतिक रणनीति का हिस्सा बताया और कहा कि उनका उद्देश्य दुनिया को यह संदेश देना है कि पाकिस्तान आतंकवाद के बल पर जिंदा है और भारत इसके खिलाफ दृढ़ता से खड़ा है।