पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में पकड़े गए मोहम्मद तारीफ को बुधवार दोपहर पुलिस और जांच एजेंसियों की टीम भारी सुरक्षा के बीच उसके गांव कंगारका लेकर पहुंची। टीम ने गांव में पहुंचते ही उसके घर को चारों ओर से घेर लिया और करीब एक घंटे तक तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान न तो किसी परिजन को घर के अंदर जाने दिया गया और न ही किसी बाहरी व्यक्ति को पास आने की अनुमति मिली।
परिजनों के मुताबिक, पुलिस तारीफ को सीधे उसके कमरे में ले गई और उसकी मौजूदगी में तलाशी ली गई। इस दौरान घर के बाकी सदस्यों को कमरे से दूर रखा गया। तारीफ को देखकर उसकी पत्नी और बच्चे भावुक हो उठे, लेकिन पुलिस ने किसी को उससे बात करने की इजाजत नहीं दी।
ग्रामीण सूत्रों का कहना है कि तलाशी के दौरान पुलिस के हाथ पासपोर्ट की फोटोकॉपी और कुछ अन्य दस्तावेज लगे हैं, जिन्हें जांच के लिए जब्त कर लिया गया है। परिजनों ने बताया कि उसका असली पासपोर्ट चार महीने पहले ही पाकिस्तानी दूतावास में जमा कराया गया था और अब तक वहीं है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, जांच एजेंसियां सभी संभावित पहलुओं की गहराई से जांच कर रही हैं। आरोपी को सात दिन की रिमांड पर लिया गया है, जिनमें से अभी पांच दिन बाकी हैं। इस दौरान उसे अन्य संदिग्ध स्थानों पर भी ले जाया जाएगा। एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि उसका पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी से क्या संबंध था और क्या कोई अन्य स्थानीय व्यक्ति भी इसमें शामिल था।
तारीफ के मोबाइल डेटा, कॉल रिकॉर्ड, सोशल मीडिया अकाउंट्स और वित्तीय लेनदेन की भी जांच की जा रही है। गांव में पुलिस की मौजूदगी और घर की तलाशी के बाद माहौल गर्मा गया है। जहां कुछ ग्रामीण तारीफ के पाकिस्तानी संपर्कों पर हैरानी जता रहे हैं, वहीं कुछ अभी भी उसे निर्दोष मान रहे हैं।