मुजफ्फरनगर। बरला गाँव में आगामी कांवड़ यात्रा को लेकर रविवार को एक महत्वपूर्ण चिंतन बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान यात्रा के दौरान व्यवस्था बनाए रखने और श्रद्धालुओं को शुद्ध भोजन उपलब्ध कराने के विषय में चर्चा की गई। बैठक की अध्यक्षता योग साधना यशवीर आश्रम के स्वामी यशवीर महाराज ने की।
स्वामी यशवीर महाराज ने कहा कि आगामी 10 जुलाई से शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा में बड़ी संख्या में शिवभक्त हरिद्वार से जल लेकर अपने-अपने गंतव्यों की ओर प्रस्थान करेंगे। ऐसे में यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि उन्हें शुद्ध एवं सात्विक भोजन मिले। उन्होंने यह भी कहा कि इस व्यवस्था की जिम्मेदारी प्रशासन के साथ-साथ स्थानीय हिंदू समाज की भी है।
उन्होंने अपील की कि यात्रा मार्ग पर स्थापित सभी खाद्य दुकानों, ढाबों और होटलों पर स्वामित्व स्पष्ट रूप से अंकित होना चाहिए। यदि कोई व्यक्ति अपनी पहचान छिपाकर देवी-देवताओं के नाम का उपयोग कर खाद्य व्यवसाय करता हुआ पाया गया, तो संबंधित स्थान पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
स्वामी यशवीर महाराज ने हिन्दू दुकानदारों से अनुरोध किया कि वे अपनी दुकानों पर अपना नाम स्पष्ट रूप से लिखें, भगवा ध्वज फहराएं और भगवान वाराह का चित्र लगाएं। उन्होंने बताया कि अब ऐसे चिंतन सत्र प्रत्येक जिले में आयोजित किए जाएंगे, जो कांवड़ यात्रा मार्ग में आते हैं, और लगभग 5000 स्वयंसेवकों को जांच अभियान की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
इस अवसर पर आचार्य ब्रह्मचारी मृगेन्द्र ने भी विचार रखे। बैठक का संचालन सिद्धार्थ त्यागी ने किया और अध्यक्षता भूषण त्यागी ने की। बैठक में नरेश त्यागी, ब्रजभूषण त्यागी, अजय शुभम त्यागी, मास्टर राजू, सुमित, प्रशांत, विकास, पवन त्यागी, मुकेश, मोहन, लाखन, लवि, योगेंद्र त्यागी, प्रियांशु, बिट्टू, अनिल, सौरभ, बाबूराम, सुशील, अजय सहित कई स्थानीय लोग मौजूद रहे।