नई दिल्ली। डिजिटल पेमेंट सेवा प्रदाता पेटीएम की मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस के शेयरों में गुरुवार को जबरदस्त गिरावट देखी गई। शुरुआती कारोबार में स्टॉक 10 प्रतिशत तक टूट गया, जिससे यह एक बार फिर चर्चा में आ गया है।
यह गिरावट उस वक्त सामने आई जब केंद्र सरकार की ओर से यूपीआई ट्रांजेक्शन पर मर्चेंट डिस्काउंट रेट (MDR) लगाने को लेकर चल रही मीडिया अटकलों पर स्पष्टीकरण दिया गया। वित्त मंत्रालय ने उन खबरों को खारिज कर दिया जिनमें दावा किया गया था कि ₹3,000 से अधिक के यूपीआई लेनदेन पर एमडीआर लागू किया जा सकता है।
सरकार ने बताया मीडिया रिपोर्ट्स को भ्रामक
वित्त मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि ऐसे किसी भी प्रस्ताव पर विचार नहीं किया जा रहा है और मीडिया में चल रही बातें आधारहीन हैं। रिपोर्ट्स में कहा जा रहा था कि सरकार बैंक और भुगतान सेवा प्रदाताओं को सहयोग देने के लिए ₹3,000 से ऊपर के यूपीआई ट्रांजेक्शन पर एमडीआर लगाने की तैयारी कर रही है। लेकिन सरकार ने इस खबर को पूरी तरह से असत्य करार दिया।
एक साल में सबसे बड़ी गिरावट
यह गिरावट बीते वर्ष फरवरी के बाद किसी एक दिन में पेटीएम के शेयर में आई सबसे बड़ी गिरावट है। गुरुवार को शेयर 7.45% गिरकर ₹888.90 पर पहुंच गया। इससे पहले यह ₹1,000 के स्तर पर कारोबार कर रहा था।
ब्रोकरेज फर्म्स की राय
वैश्विक ब्रोकरेज हाउस मॉर्गन स्टेनली ने कहा कि यूपीआई ट्रांजेक्शन पर एमडीआर की चर्चा पेटीएम के लिए अहम है। कंपनी का अनुमान है कि पेटीएम का समायोजित EBITDA (ब्याज, टैक्स, डिप्रिसिएशन और अमॉर्टाइजेशन से पहले की आय) FY24 में दो आधार अंकों (बेसिस पॉइंट्स) पर लौट सकता है।
वहीं, ब्रोकरेज कंपनी UBS ने पेटीएम को ‘न्यूट्रल’ रेटिंग दी है और इसके लिए ₹1,000 प्रति शेयर का लक्ष्य मूल्य तय किया है। UBS का मानना है कि यदि एमडीआर लागू नहीं होता या इसमें देरी होती है, तो यह पेटीएम के लिए नकारात्मक भावनात्मक संकेत होगा।