उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के फरीदपुर थाना क्षेत्र से एक महिला के अपहरण और दुष्कर्म के प्रयास का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। पीड़िता ने इस मामले में अपने पति अरविंद यादव और भारतीय जनता युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्ष प्रदीप यादव समेत चार लोगों के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है।
पीड़िता के अनुसार, 1 जून की सुबह वह अपनी स्कूटी की सर्विस के लिए इज्जतनगर से निकली थी। जैसे ही वह फरीदपुर की मंदिर रोड पर पहुंची, तभी आरोपितों ने जबरन उसे कार में खींचकर एक सुनसान मकान में ले जाकर पांच घंटे तक बंधक बनाकर रखा। इस दौरान उसके साथ गाली-गलौज, मारपीट की गई और एक आरोपी ने दुष्कर्म का प्रयास भी किया। पीड़िता का यह भी कहना है कि विरोध करने पर उसे जान से मारने की धमकी दी गई।
महिला ने यह भी बताया कि वह पहले ही अपने पति के खिलाफ घरेलू हिंसा का मामला दर्ज करवा चुकी है, और आरोपी लंबे समय से उस पर मुकदमा वापस लेने का दबाव बना रहे थे। जब उसने इनकार किया तो यह वारदात अंजाम दी गई।
पुलिस कार्रवाई में ढिलाई के आरोप
पीड़िता ने आरोप लगाया कि थाने में पहुंचने के बाद शुरुआत में पुलिस ने उसकी शिकायत दर्ज करने से इनकार कर दिया। लेकिन जब उसने आरोपी भाजपा नेता प्रदीप यादव का धमकी भरा ऑडियो क्लिप वायरल किया, जिसमें वह उसे गालियां देता और देख लेने की धमकी देता सुनाई दे रहा था, तब मामला सुर्खियों में आया। इसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर. ने मामले में हस्तक्षेप करते हुए फरीदपुर पुलिस को केस दर्ज करने का निर्देश दिया। पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली है।
भाजपा नेता पर पहले भी लग चुके हैं आरोप
प्रदीप यादव का नाम पहले भी विवादों से जुड़ा रहा है। वर्ष 2022 में उन पर एक गरीब की झोपड़ी पर बुलडोजर चलवाने का आरोप लग चुका है, जिसमें मुकदमा भी दर्ज हुआ था। स्थानीय लोगों का कहना है कि वह अक्सर अपने राजनीतिक प्रभाव का इस्तेमाल कर लोगों पर दबाव बनाते हैं और विरोध करने वालों को धमकाते हैं। हालांकि इस मामले पर अब तक भाजपा संगठन की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।