उत्तर प्रदेश के बरेली में विदेशी नागरिकों की पहचान के लिए चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन खोज’ के तहत पुलिस ने एक महिला के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। बारादरी थाना क्षेत्र के सूफी टोला इलाके में रहने वाली इस महिला का नाम फरहत सुल्ताना उर्फ फरीदा है, जो पाकिस्तान में जन्मी थीं और बीते छह दशक से बरेली में रह रही हैं।
नागरिकता का प्रमाण नहीं दे सकीं फरहत
जांच के दौरान यह सामने आया कि फरहत के पास आधार कार्ड, राशन कार्ड और वोटर आईडी जैसे दस्तावेज मौजूद हैं, लेकिन जब उनसे भारतीय नागरिकता के वैध दस्तावेज मांगे गए, तो वह कोई प्रमाण प्रस्तुत नहीं कर सकीं। इसके चलते बारादरी थाने में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
फरहत बोलीं- “मैं पाकिस्तानी नहीं, हिंदुस्तानी हूं”
पुलिस पूछताछ में फरहत सुल्ताना ने स्पष्ट कहा कि वह खुद को भारतीय मानती हैं। उनका कहना है कि उनका जन्म भले ही 1961 में पाकिस्तान में हुआ हो, लेकिन वह महज आठ महीने की उम्र में अपने परिवार के साथ भारत आ गई थीं और तब से यहीं रह रही हैं। उन्होंने कहा, “मुझे पाकिस्तान के बारे में कुछ नहीं पता। मेरी परवरिश भारत में हुई है, मेरी जिंदगी यहीं बीती है। मुझे पाकिस्तानी मत कहो, मैं हिंदुस्तानी हूं।”
64 वर्षों से बरेली में, बनाए सरकारी कागजात
फरहत का कहना है कि वह बीते 64 वर्षों से बरेली में रह रही हैं और इस दौरान उन्होंने सभी जरूरी दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, वोटर कार्ड और राशन कार्ड बनवा लिए, जिनके जरिए वे सरकारी सुविधाओं का लाभ भी ले रही थीं। हालांकि नागरिकता से संबंधित वैध प्रमाण नहीं होने के कारण अब पुलिस ने उनके दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी है।
बरेली में हुआ विवाह, पारिवारिक हालात खराब
फरहत की शादी भी बरेली में ही हुई है और उनके पांच बच्चे हैं—चार बेटियां और एक बेटा। एक बेटी का निधन एक वर्ष पूर्व हो गया। उन्होंने बताया कि उनके पति घर का खर्च नहीं उठाते और न ही घर पर आते हैं। बेटियों की शादी का जिम्मा भी उन्हीं पर है। फरहत ने आरोप लगाया कि उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “मैं भारतीय हूं, मुझे परेशान न किया जाए।” फरहत का यह भी कहना है कि पुलिस उन्हें थाने ले गई और एक कागज़ पर साइन करवाने के बाद तीन घंटे में छोड़ दिया, लेकिन मुकदमे की जानकारी नहीं दी गई।
पुलिस की ओर से पुष्टि
एसपी सिटी मानुष पारीक ने बताया कि जिले में चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन खोज’ के अंतर्गत विदेशी नागरिकों की पहचान की जा रही है। इसी प्रक्रिया में फरहत सुल्ताना का मामला सामने आया। उन्होंने बताया कि फरहत पाकिस्तान में जन्मी हैं और उनके पास भारतीय नागरिकता के दस्तावेज नहीं हैं, इसके बावजूद उन्होंने सरकारी पहचान पत्र बनवाए, जो कि कानून के खिलाफ है। इसी आधार पर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है और मामले की जांच की जा रही है।
आगे की कार्रवाई
पुलिस यह भी जांच कर रही है कि फरहत ने ये दस्तावेज कैसे बनवाए और क्या इसमें किसी की सहायता ली गई। यदि दस्तावेज बनाने की प्रक्रिया में किसी भी व्यक्ति की संलिप्तता पाई जाती है या नियमों की अनदेखी हुई है, तो उसके खिलाफ भी विधिक कार्रवाई की जाएगी।