उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले की पिलखुवा हैंडलूम नगरी के मोहल्ला राणा पट्टी महादेव निवासी सुभाष को आयकर विभाग ने सात करोड़ रुपये से अधिक की लेनदेन का नोटिस भेजा है। मजदूरी कर जीवनयापन करने वाले सुभाष को यह नोटिस मिलने के बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। मामले की शिकायत के बाद अब संबंधित विभाग इसकी गंभीरता से जांच कर रहा है।
सुभाष वर्षों से मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। फरवरी 2024 में उन्हें पहली बार आयकर विभाग की ओर से नोटिस मिला था, लेकिन जागरूकता के अभाव में उन्होंने इस पर ध्यान नहीं दिया। करीब 10 से 15 दिन पहले उन्हें एक और नोटिस मिला, जिसमें सात करोड़ रुपये से अधिक की संदिग्ध वित्तीय गतिविधियों का उल्लेख किया गया था।
सूत्रों के अनुसार, आयकर विभाग को वर्ष 2020-21 के दौरान दो बड़े जीएसटी लेनदेन की जानकारी मिली थी, जो दोहराना स्थित एक अस्पताल से जुड़े हैं। जांच में सामने आया कि इन लेनदेन से संबंधित दस्तावेजों में सुभाष का नाम भी शामिल है। आरोप है कि उनके नाम से GSTR-1 और GSTR-3B के माध्यम से क्रमशः ₹3.27 करोड़ और ₹3.75 करोड़ के लेनदेन दर्ज हैं।
इस आधार पर आयकर विभाग ने 9 फरवरी 2024 को सुभाष को नोटिस जारी करते हुए जवाब मांगा था। साक्षरता की कमी के कारण सुभाष ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। अब जब मामला गंभीर हुआ तो उन्होंने पुलिस और प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग की है।
सुभाष का कहना है कि वह एक सामान्य मजदूर हैं और इतने बड़े लेनदेन से उनका कोई लेना-देना नहीं है। मामले में दस्तावेजों के दुरुपयोग की आशंका जताई जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि इस पूरे वित्तीय लेनदेन में सुभाष की कोई भूमिका है या उनके नाम का गलत इस्तेमाल किया गया है।