लखनऊः उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जहां प्रदेश के औद्योगीकरण के लिए प्रयासरत है, वहीं राज्य की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए कृषि, बागबानी, डेयरी, मत्स्य पालन और कृषि आधारित प्रसंसकरण उद्योग को बढ़ावा देने के लिए अनेक योजनाएं संचालित कर रहे है। 19 मई को योगी जी ने सीमान्त किसानों के हित में मुख्यमंत्री कृषक समृद्धि योजना आरंभ कराई। किसानों के सम्मेलनों, बैठकों में वे प्राकृतिक खेती, जीरो बजेट खेती, ऑर्गेनिक खेती पर कृषि वैज्ञानिकों, प्रगति शील किसानों से निरन्तर विचार विमर्श करते रहते हैं जिससे किसानों की आय बढ़े और प्रदेश की अर्थव्यवस्था में खेती-किसानी का योगदान प्राप्त हो सके।
पिछले दिनों मुख्यमंत्री जी ने प्रदूषण रोकने तथा सीमान्त किसानों की आय बढ़ाने की अनोखी योजना चालू कराई थी। गंगा के किनारे ऑर्गेनिक पद्धति (बिना उर्वरक, बिना रासायनिक कीटनाशक) शाक-सब्जी की खेती के लिए स्थान सुरक्षित करा गया था और सब्जी उगाने वाले किसानों को अनुदान देने की व्यवस्था लागू की गई।
अभी किसान मसीहा चौधरी चरणसिंह की 38वीं पुण्यतिथि पर मुख्यमंत्री जी ने कृषि संकल्प अभियान की शुरुआत कराई है। इस योजना के तहत प्रदेश के सभी 75 जिलों में कृषि वैज्ञानिकों की टोलियां गांव-गांव पहुंच कर किसान भाइयों को आधुनिक खेती के गुर सिखायेंगे।
किसान के खेतों तक वैज्ञानिकों, कृषि विशेषज्ञों का पहुंचना कृषि व किसान को प्रोत्साहित करने का एक व्यावहारिक कदम है। निश्चित रूप से इसके लिए मुख्यमंत्री जी बधाई के पात्र हैं, जो प्रदेश में कृषक हित के लिए निरन्तर प्रयासरत हैं।
गोविंद वर्मा
संपादक ‘देहात’