केदारनाथ के समीप गौरीकुंड क्षेत्र में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में पायलट राजवीर सिंह चौहान की मृत्यु से उनके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। जयपुर निवासी राजवीर सिंह की पत्नी दीपिका भी सेना में सेवारत हैं। कुछ माह पूर्व ही इस दंपति के घर जुड़वां बच्चों का जन्म हुआ था, जिससे परिवार में खुशी का माहौल था, लेकिन अब गहरे शोक में डूब गया है।
राजवीर सिंह चौहान ने भारतीय सेना में 14 वर्षों तक सेवा देने के बाद सेवानिवृत्त होकर हाल ही में आर्यन एविएशन कंपनी में बतौर पायलट नई शुरुआत की थी। उनका पैतृक गांव राजस्थान के दौसा ज़िले में महुआ के पास स्थित है। हादसे की खबर मिलते ही परिजन, रिश्तेदार, सेना और पुलिस के अधिकारी चौहान परिवार के आवास पर पहुंचने लगे। पूरे गांव में शोक की लहर है।
परिवार के लिए यह हादसा इसलिए भी ज्यादा पीड़ादायक है क्योंकि महज चार महीने पहले ही उनके घर में जुड़वा बच्चों ने जन्म लिया था। राजवीर की असमय मृत्यु ने पूरे परिवार को गहरे आघात में डाल दिया है। फिलहाल हादसे की वजह जानने के लिए जांच जारी है।
राजनेताओं ने जताया शोक
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि केदारनाथ में हुए हेलीकॉप्टर दुर्घटना में राजस्थान के पायलट सहित अन्य श्रद्धालुओं की मृत्यु अत्यंत दुखद है। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति और शोकग्रस्त परिवारों को धैर्य प्रदान करने की प्रार्थना की।
राज्य के कैबिनेट मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने भी दुर्घटना पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा कि जयपुर के निवासी व सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट कर्नल राजवीर सिंह का निधन अत्यंत पीड़ादायक है। ईश्वर परिवार को इस कठिन घड़ी में संबल प्रदान करें। प्रदेश का हर नागरिक उनके परिवार के साथ है।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी इस दुर्घटना को अत्यंत दुखद बताते हुए मृतकों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इस दुख की घड़ी में ईश्वर परिजनों को यह आघात सहने की शक्ति दें और दिवंगतों की आत्मा को शांति मिले।