भारतीय सेना ने सोशल मीडिया मंच एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक भावनात्मक वीडियो साझा किया है, जिसमें ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान सैनिकों के अद्वितीय साहस और बलिदान को समर्पित देशवासियों की प्रतिक्रियाओं को दर्शाया गया है। इस वीडियो में नागरिकों—बच्चों, युवाओं, महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों—द्वारा लिखे गए पत्रों का संकलन है, जिनमें भारतीय जवानों के प्रति सम्मान, आभार और समर्थन व्यक्त किया गया है।
इन पत्रों में यह स्पष्ट संदेश उभर कर आता है कि सीमा पर डटे प्रत्येक सैनिक के पीछे पूरा देश खड़ा है—गर्व और कृतज्ञता से परिपूर्ण। वीडियो का समापन एक मार्मिक संदेश के साथ होता है: “भारतीय सेना – सदैव राष्ट्र सेवा में, समर्पण और सम्मान के साथ।”
देशभर से उमड़ा समर्थन
वीडियो के सामने आते ही सोशल मीडिया पर इसकी व्यापक प्रतिक्रिया देखने को मिली। हजारों लोगों ने इसे शेयर करते हुए ‘जय हिंद’, ‘रियल हीरोज’ और ‘सैल्यूट टू इंडियन आर्मी’ जैसे संदेशों के साथ अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। यह वीडियो केवल पत्रों का संग्रह भर नहीं, बल्कि एक समूचे राष्ट्र की ओर से उन बहादुर सैनिकों को दी गई श्रद्धांजलि है जो हर परिस्थिति में देश की सेवा में तत्पर रहते हैं।
भारतीय सेना की भूमिका केवल सीमाओं की रक्षा तक सीमित नहीं रही, बल्कि वह देशवासियों के हृदय में भी सम्मान और गर्व के साथ प्रतिष्ठित है।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ और संघर्ष की पृष्ठभूमि
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के पंद्रह दिन बाद, भारतीय सेना ने 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाते हुए पाकिस्तान और कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में स्थित नौ आतंकी अड्डों को ध्वस्त किया। इस कार्रवाई में कई वांछित आतंकवादी मारे गए।
इस ऑपरेशन के बाद दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया। पाकिस्तान द्वारा भारत के कुछ शहरों को निशाना बनाने की कोशिश के जवाब में, भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने प्रभावशाली तरीके से जवाब दिया और पाकिस्तान के 14 सैन्य ठिकानों को नष्ट कर दिया।
इस तगड़े जवाब के बाद पाकिस्तान ने भारत के समक्ष युद्धविराम (सीजफायर) का प्रस्ताव रखा, जिसे आपसी सहमति से दोनों देशों ने स्वीकार कर लागू किया।