आम आदमी पार्टी ने अमृतसर उत्तर से विधायक और पूर्व आईपीएस अधिकारी कुंवर विजय प्रताप सिंह को पार्टी से पांच वर्षों के लिए निलंबित कर दिया है। पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति ने यह निर्णय उनके द्वारा कथित तौर पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने और पंजाब सरकार की मादक पदार्थ विरोधी मुहिम में रुकावट पैदा करने के आरोपों के चलते लिया है।
पूर्व पुलिस अधिकारी कुंवर विजय प्रताप, कोटकपूरा और बहिबल कलां गोलीकांड की जांच करने वाली विशेष जांच टीम (SIT) के प्रमुख रह चुके हैं। उन्होंने हाल ही में शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया की गिरफ्तारी को लेकर सार्वजनिक रूप से राज्य सरकार पर सवाल उठाए थे।
उन्होंने मजीठिया की पत्नी और विजिलेंस टीम के बीच हुई बातचीत का वीडियो साझा करते हुए कार्रवाई को अनुचित ठहराया था। उनका कहना था कि जब मजीठिया जेल में थे, तब सरकार ने उनसे पूछताछ नहीं की और उनकी जमानत में अड़चन भी नहीं डाली, लेकिन अब अचानक की गई गिरफ्तारी संदेह पैदा करती है। आम आदमी पार्टी ने इसे अपनी नीति और मादक पदार्थों के विरुद्ध चल रही मुहिम के विरुद्ध माना।
मजीठिया की गिरफ्तारी पर उठे सवाल
शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया को 25 जून को अमृतसर स्थित उनके आवास से पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने हिरासत में लिया था। उन पर 540 करोड़ रुपये से अधिक की ड्रग मनी लॉन्ड्रिंग में संलिप्त होने का आरोप है। गिरफ्तारी के बाद मोहाली कोर्ट ने उन्हें सात दिन की पुलिस रिमांड में भेजा है, और अब उनकी पेशी 2 जुलाई को होनी है।