पाकिस्तान के कराची शहर में ल्यारी क्षेत्र में एक पांच मंजिला जर्जर इमारत के ढहने से बड़ा हादसा सामने आया है। घटना के बाद चले करीब 53 घंटे लंबे राहत एवं बचाव अभियान के दौरान 27 लोगों के शव बरामद किए गए, जिनमें से 20 एक ही परिवार से संबंधित थे। यह परिवार हिंदू समुदाय से था और सदस्य आपस में रिश्तेदार बताए जा रहे हैं।
तीन माह की बच्ची की चमत्कारी बचाव
इस दुखद दुर्घटना में, जहां एक ही परिवार के अधिकांश सदस्य अपनी जान गंवा बैठे, वहीं तीन महीने की एक बच्ची मलबे के नीचे से जिंदा निकल आई। बचावकर्मी मजहर अली ने बताया कि जब राहत दल मौके पर पहुंचा, तो रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान उन्हें मलबे के पास बच्ची जीवित अवस्था में मिली। उसके शरीर पर मामूली खरोंचें थीं और नाक से थोड़ी खून निकली थी, लेकिन अन्य कोई गंभीर चोट नहीं थी।
बचाव दल का अनुमान है कि संभवतः जब इमारत ढह रही थी, उस समय उसकी मां ने उसे बचाने के प्रयास में दूर फेंक दिया हो, जिससे बच्ची की जान बच गई। बच्ची की मां और परिवार के अन्य सदस्य मृत अवस्था में पास ही मलबे के नीचे से मिले।
जर्जर इमारतें बनीं खतरा
प्रशासन ने हादसे की वजह को लेकर जांच शुरू कर दी है। हालांकि अभी तक किसी अधिकारी ने स्पष्ट कारण नहीं बताया है, लेकिन सिंध सरकार के मुताबिक, ल्यारी क्षेत्र में लगभग 22 जर्जर इमारतें चिन्हित की गई थीं, जिनमें से 14 को पहले ही खाली कराया जा चुका था। जिस इमारत में यह हादसा हुआ, वह भी कमजोर स्थिति में थी और उसे खाली नहीं कराया गया था।