राजस्थान में कांग्रेस विधायक दीन दयाल बैरवा लगातार तीसरी बार चोरी की वारदात का शिकार हुए हैं। दौसा स्थित उनके सरकारी आवास से रविवार रात उनकी ट्रैक्टर-ट्रॉली चोरी हो गई। इससे पहले उनका मोबाइल फोन और मोटरसाइकिल भी चोरों ने उड़ा ली थी। विधायक ने सोमवार को इस तीसरी चोरी की जानकारी देते हुए कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए।
विधायक बैरवा ने कहा, “यह बेहद चिंताजनक है कि चोर एक विधायक के आवास में बार-बार चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। अगर हमारी सुरक्षा सुनिश्चित नहीं है, तो आम नागरिकों की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है।” उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं पुलिस की कार्यप्रणाली और उस पर जनता के भरोसे को तोड़ती हैं।
चोरी की घटनाएं कब-कैसे हुईं?
यह सिलसिला 11 जून से शुरू हुआ जब बैरवा दौसा में पूर्व केंद्रीय मंत्री राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। वहीं उनका मोबाइल फोन चोरी हो गया। कुछ ही समय बाद उनके आवास से मोटरसाइकिल भी गायब हो गई।
विधायक के अनुसार, बाइक चोरी के समय घर का फ्रंट कैमरा काम नहीं कर रहा था और दूसरा कैमरा घटना को रिकॉर्ड नहीं कर सका। उन्होंने बताया कि निर्माण कार्य के कारण कुछ सीसीटीवी कैमरे हटाए गए थे। उन्होंने यह भी कहा कि “कैमरे हों या न हों, चोर चेहरा ढककर चोरी को अंजाम दे सकते हैं।”
तीसरी वारदात: ट्रैक्टर-ट्रॉली चोरी
रविवार रात ट्रैक्टर-ट्रॉली चोरी होने की घटना ने इस पूरे मामले को और गंभीर बना दिया। विधायक ने दौसा के पुलिस अधीक्षक से बात की और शिकायत दर्ज कराने की बात कही। हालांकि, एसपी सागर ने बताया कि अब तक ट्रैक्टर-ट्रॉली चोरी की कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है। मोबाइल चोरी की एफआईआर पहले ही दर्ज हो चुकी है।
कांग्रेस ने बीजेपी सरकार को घेरा
इन घटनाओं के बाद कांग्रेस ने राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर भारतीय जनता पार्टी की सरकार को घेरा है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीका राम जूली ने कहा, “जब एक विधायक सुरक्षित नहीं है, तो आम जनता की स्थिति सोचनीय है। राज्य में अपराधी बेलगाम हैं और प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है।”
गौरतलब है कि दीन दयाल बैरवा हाल ही में हुए उपचुनाव में कांग्रेस विधायक मुरारी लाल मीना के सांसद चुने जाने के बाद दौसा विधानसभा से निर्वाचित हुए थे।
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