वाराणसी में गुरुवार को आयोजित प्रशिक्षण सत्र में प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रत्येक मतदान केंद्र पर अधिकतम 1200 मतदाताओं के मानक के अनुसार ही बूथों का पुनर्गठन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची के अद्यतन के दौरान इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि किसी भी परिवार के सभी सदस्य एक ही मतदान केंद्र की सूची में दर्ज हों।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने जेंडर रेशियो सुधारने पर जोर देते हुए कहा कि मतदाता सूची त्रुटिरहित होनी चाहिए और प्रत्येक मतदाता की स्पष्ट फोटो सूची में होनी चाहिए ताकि पहचान में कोई दिक्कत न हो। उन्होंने बीएलओ की नियुक्ति नियमों के अनुसार करने और मतदाता सूची से जुड़ी शिकायतों का गंभीरता से समाधान करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ संवाद और गोदामों का नियमित निरीक्षण भी आवश्यक है।
उन्होंने यह भी कहा कि बीएलओ को छोटे समूहों में प्रशिक्षण देकर उनकी क्षमता और जागरूकता को बढ़ाया जाए। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि पहली बार जिला निर्वाचन अधिकारियों को भौतिक रूप से प्रशिक्षित किया जा रहा है ताकि मतदाता पुनरीक्षण या चुनाव के समय किसी नागरिक को कोई असुविधा न हो।
नवदीप रिणवा ने इस बात पर भी बल दिया कि जब नागरिकों से मतदाता फार्म भरवाए जाएं, तो उनका मोबाइल नंबर और पता सही-सही दर्ज किया जाए, जिससे वे अपने आवेदन की स्थिति ऑनलाइन ट्रैक कर सकें।
इन जिलों के अधिकारी रहे उपस्थित
दूसरे चरण के इस प्रशिक्षण सत्र में पूर्वांचल और मध्य यूपी के 23 जिलों—आजमगढ़, बलिया, मऊ, वाराणसी, जौनपुर, गाजीपुर, चंदौली, भदोही, मिर्जापुर, सोनभद्र, कुशीनगर, महाराजगंज, देवरिया, कौशांबी, प्रयागराज, अयोध्या, अंबेडकरनगर, बस्ती, प्रतापगढ़, सिद्धार्थनगर, अमेठी, सुल्तानपुर और संत कबीर नगर—के जिला निर्वाचन अधिकारी शामिल हुए।