तीसरे टेस्ट के दूसरे दिन भारत और इंग्लैंड के बीच मुकाबला रोमांचक मोड़ पर पहुंच गया। इंग्लैंड ने पहली पारी में 387 रन बनाए, जिसमें जो रूट का शतक और कार्स व स्मिथ की अर्धशतकीय पारियां शामिल रहीं। जवाब में भारत ने दिन का खेल समाप्त होने तक तीन विकेट के नुकसान पर 145 रन बना लिए हैं। फिलहाल भारत इंग्लैंड से 242 रन पीछे है।
भारत की ओर से केएल राहुल 53 रन बनाकर नाबाद हैं जबकि ऋषभ पंत 19 रन पर उनका साथ दे रहे हैं। इंग्लैंड के लिए अब तक क्रिस वोक्स, जोफ्रा आर्चर और बेन स्टोक्स को एक-एक सफलता मिली है।
बल्लेबाजी में उतार-चढ़ाव
भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही और ओपनर यशस्वी जायसवाल मात्र 13 रन बनाकर आउट हो गए। आक्रामक अंदाज में खेल रहे यशस्वी ने आठ गेंदों में तीन चौके जड़े लेकिन आर्चर की गेंद पर ब्रुक को कैच दे बैठे। इसके बाद राहुल और करुण नायर ने पारी को संभालते हुए दूसरे विकेट के लिए 61 रन जोड़े। नायर ने 62 गेंदों पर 40 रनों की उपयोगी पारी खेली, लेकिन स्टोक्स ने उन्हें पवेलियन भेजा।
शुभमन गिल भी बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे और 16 रन बनाकर वोक्स का शिकार बने। हालांकि, राहत की बात यह रही कि चोटिल होने के बावजूद विकेटकीपर ऋषभ पंत बल्लेबाजी के लिए मैदान पर उतरे।
रूट का ऐतिहासिक शतक
इंग्लैंड की पहली पारी में जो रूट ने अपने टेस्ट करियर का 37वां शतक जड़ा। लॉर्ड्स में यह उनका लगातार तीसरा शतक रहा। उन्होंने 199 गेंदों में 10 चौकों की मदद से 104 रन बनाए। रूट के अलावा जेमी स्मिथ ने 51 और ब्रायडन कार्स ने 56 रनों की पारी खेली। कप्तान स्टोक्स 44 रन बनाकर आउट हुए।
बुमराह का लॉर्ड्स में जलवा
भारतीय गेंदबाजों में जसप्रीत बुमराह छाए रहे। उन्होंने 59 रन देकर पांच विकेट चटकाए और लॉर्ड्स में पारी में पांच विकेट लेने वाले भारत के 15वें गेंदबाज बने। इसके साथ ही बुमराह ने विदेशी धरती पर सबसे ज्यादा बार फाइव-फर लेने के मामले में कपिल देव को पछाड़ते हुए नया कीर्तिमान स्थापित किया। यह विदेशी जमीन पर उनका 13वां फाइव-फर था।
बुमराह ने स्टोक्स, रूट, वोक्स और आर्चर जैसे अहम विकेट निकाले। मोहम्मद सिराज और नीतीश रेड्डी को दो-दो विकेट मिले, जबकि रविंद्र जडेजा को एक सफलता मिली।
भारत की चुनौती बरकरार
इंग्लैंड की मजबूत पहली पारी के जवाब में भारत की जिम्मेदारी अब राहुल और पंत पर है। तीसरे दिन का खेल भारत की वापसी और स्कोर के समीकरण को तय करेगा। टीम इंडिया को इस पारी में मजबूत साझेदारियों की सख्त जरूरत है ताकि इंग्लैंड की बढ़त को कम किया जा सके और मुकाबले में संतुलन बना रहे।