रायबरेली जिले के एक गांव में शुक्रवार सुबह डीफार्मा के छात्र सूरज कोरी का शव पेड़ की डाल से लटका हुआ मिला। दो दिन से लापता सूरज के शरीर पर जख्मों के निशान और छालों के साथ जली हुई चमड़ी देखी गई, जिससे आशंका है कि उस पर किसी ज्वलनशील पदार्थ का उपयोग किया गया हो। परिजनों ने इसे हत्या कर शव लटकाने का मामला बताया है। पुलिस मामले की हर पहलू से जांच कर रही है।
मूल रूप से उन्नाव के रहने वाले थे सूरज
सूरज कोरी, जो मूल रूप से उन्नाव जिले के अलीपुर गांव के रहने वाले थे, रायबरेली के लालगंज कोतवाली क्षेत्र में अपनी बुआ के घर रहकर पढ़ाई कर रहे थे। वह डीफार्मा द्वितीय वर्ष का छात्र था और पास की एक पैथोलॉजी लैब में काम भी करता था। परिजनों के मुताबिक, बुधवार शाम सूरज किसी से फोन पर बात करते हुए घर से निकले और फिर लौटे नहीं। इसके बाद गुरुवार को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी।
शव मिलने से फैली सनसनी
शुक्रवार सुबह करीब 8:30 बजे, गांव के बाहर जंगल में भैंस चरा रही महिलाओं ने पेड़ पर लटकता शव देखा। शोर मचाने पर स्थानीय लोग और परिजन मौके पर पहुंचे। पुलिस ने भी पहुंचकर शव को नीचे उतरवाया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा। घटनास्थल से सूरज का मोबाइल फोन बरामद हुआ है।
परिवार का आरोप – आत्महत्या नहीं, हत्या है
परिजनों का कहना है कि सूरज के शरीर की स्थिति और उसके घुटनों का जमीन को छूना, यह दर्शाता है कि उसने आत्महत्या नहीं की, बल्कि उसे मारकर फंदे से लटकाया गया है। घुटनों के बल शव का झूलना, संदेह को और गहरा करता है।
प्रेम प्रसंग भी बन सकता है वजह
परिजनों ने यह भी जानकारी दी कि सूरज का एक युवती से प्रेम संबंध था, जो उसके साथ एक प्रशिक्षण कार्यक्रम में भी शामिल रही थी। कुछ दिन पहले दोनों के बीच विवाद हुआ था, हालांकि बाद में समझौता भी हुआ था। इस मामले में कोई लिखित शिकायत नहीं दी गई थी।
पुलिस जांच जारी, पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर टिकी निगाहें
प्रभारी निरीक्षक प्रमोद कुमार सिंह के अनुसार, शुरुआती जांच में मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही सटीक कारण स्पष्ट होगा। वहीं, परिवार हत्या की आशंका जताते हुए गहराई से जांच की मांग कर रहा है।