उदयपुर में हुई दर्जी कन्हैयालाल की निर्मम हत्या पर आधारित फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ की रिलीज़ पर अदालत द्वारा रोक लगाए जाने के विरोध में उनकी पत्नी जशोदा साहू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक भावनात्मक पत्र लिखा है। उन्होंने पीएम से व्यक्तिगत रूप से मिलने का समय मांगा है और आग्रह किया है कि फिल्म को रिलीज़ कराने में मदद करें।
अपने पत्र में जशोदा साहू ने लिखा कि उनके पति की हत्या पर आधारित इस फिल्म को मुस्लिम संगठनों और वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल की याचिका पर न्यायालय में रुकवा दिया गया है। उन्होंने दावा किया कि उन्होंने खुद फिल्म देखी है और इसमें कोई आपत्तिजनक या भड़काऊ सामग्री नहीं है, बल्कि यह तो सिर्फ उनके पति के साथ हुई घटना की प्रस्तुति है।
उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि जब तीन साल पहले उनके पति की नृशंस हत्या की गई थी, तब न्याय की मांग उठाने की बजाय अब उन्हीं हत्यारों के पक्ष में लोग अदालत जाकर फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे हैं। जशोदा ने कहा, “कपिल सिब्बल जैसे लोग कह रहे हैं कि जो हुआ, उसे फिल्म में दिखाया भी नहीं जा सकता। क्या अब सच्चाई दिखाना भी मना है?”
अपने पत्र में उन्होंने यह भी लिखा कि उनके बच्चों का कहना है कि अब फिल्म की रिलीज़ का निर्णय केंद्र सरकार के स्तर पर ही संभव है। उन्होंने प्रधानमंत्री से अपील करते हुए कहा, “आप जानते हैं हमारे परिवार पर क्या बीती है। कृपया इस फिल्म को रिलीज़ करवाने में मदद करें ताकि दुनिया सच्चाई जान सके। मैं अपने दोनों बच्चों के साथ दिल्ली आकर आपसे मिलना चाहती हूं, कृपया मुझे समय दें।”
उल्लेखनीय है कि न्यायालय ने पहले इस फिल्म में कई दृश्य हटाने के निर्देश दिए थे, जिसके बाद राजस्थान हाईकोर्ट ने फिल्म की रिलीज़ पर पूरी तरह से रोक लगा दी। मामला अब राजनीतिक और संवेदनशील कानूनी मुद्दा बनता जा रहा है।