पंजाब के वित्त मंत्री और आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता हरपाल सिंह चीमा ने शनिवार को मीडिया को संबोधित करते हुए विपक्ष पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और भाजपा, आप सरकार की मादक पदार्थों के खिलाफ मुहिम को पटरी से उतारने की कोशिश में जुटी हैं। उनका दावा है कि दोनों दल मिलकर नशा कारोबारियों और गैंगस्टरों को संरक्षण देने का प्रयास कर रहे हैं।
चीमा ने कहा कि जैसे ही आम आदमी पार्टी ने दो दिवसीय विशेष विधानसभा सत्र बुलाने का ऐलान किया, विपक्ष में हड़कंप मच गया। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने आनन-फानन में चंडीगढ़ पुलिस को ऑनलाइन शिकायत भेजी, जिसके आधार पर 24 घंटे के भीतर उनके और पार्टी के पंजाब अध्यक्ष अमन अरोड़ा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी गई।
राजनीतिक प्रभाव में हो रही FIR दर्ज
चीमा ने कहा कि चंडीगढ़ पुलिस, जो सीधे केंद्र सरकार के अधीन आती है, विपक्षी दबाव में आम आदमी पार्टी के नेताओं को निशाना बना रही है। उन्होंने बताया कि पुलिस की अपनी रिपोर्ट के अनुसार 15 मई 2024 तक 7,067 शिकायतें लंबित थीं, जिनमें से कई गंभीर अपराधों से जुड़ी थीं। इसके बावजूद राजनीतिक प्रेरणा से चुनी हुई एफआईआर तेजी से दर्ज की जा रही हैं।
“गंभीर मुद्दों से ध्यान भटका रही है कांग्रेस-भाजपा”
चीमा ने कहा कि असली अपराधियों पर कार्रवाई करने की बजाय विपक्ष आप सरकार को बदनाम करने की साजिश रच रहा है। उन्होंने याद दिलाया कि जब 2017 में पहली बार आम आदमी पार्टी ने पंजाब में चुनाव लड़ा था, तब नशाखोरी, बेरोजगारी और खेती संकट मुख्य मुद्दे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि उस समय कांग्रेस ने भी नशा खत्म करने का वादा किया था, लेकिन सत्ता में आने के बाद कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
‘युद्ध नशे विरुद्ध’ में नहीं रहेगी कोई ढील
चीमा ने बताया कि उनकी सरकार बीते तीन वर्षों से लगातार नशाखोरी के खिलाफ अभियान चला रही है, जो अब ‘युद्ध नशे विरुद्ध’ में तब्दील हो चुका है। उन्होंने कहा कि अवैध संपत्तियों को ध्वस्त किया जा रहा है और दोषियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है। इसके लिए एक विशेष कैबिनेट उप-समिति का गठन किया गया है, जिसकी अध्यक्षता वे स्वयं कर रहे हैं।
ड्रोन रोधी प्रणाली और सुरक्षा उपाय
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने ड्रोन के जरिए पाकिस्तान से हो रही नशे की तस्करी रोकने के लिए विशेष एंटी-ड्रोन सिस्टम लागू किए हैं। लेकिन जब भी कार्रवाई होती है, विपक्षी नेता नशा तस्करों के बचाव में उतर आते हैं, जिससे इन दलों की मिलीभगत उजागर होती है।
राजनीतिक विरोधाभास पर तीखा प्रहार
पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के पुराने बयानों का हवाला देते हुए चीमा ने कहा कि एक समय चन्नी, मजीठिया को ‘चिट्टे’ का प्रतीक बताते थे, वहीं आज वही नेता उनके समर्थन में खड़े हैं। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, “एक चिट्टा चोर और दूसरा नीला चोर मिलकर पंजाब को लूटते रहे हैं।”
गैंगस्टर नेटवर्क पर सवाल
चीमा ने अबोहर में एक व्यापारी की हत्या का ज़िक्र करते हुए कहा कि हत्या की ज़िम्मेदारी गुजरात की साबरमती जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई गिरोह ने ली है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब ये जेल भाजपा शासित राज्य में है, तो वहां से व्यापारियों को धमकी भरे कॉल कैसे किए जा रहे हैं?
“सच्चाई के साथ पीछे नहीं हटेंगे”
अंत में उन्होंने दो टूक कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार अपराध, नशाखोरी और गैंगस्टर नेटवर्क को खत्म करके रहेगी। कांग्रेस और भाजपा एकजुट होकर भले ही राजनीतिक दबाव बनाएं, लेकिन सरकार पंजाब के भविष्य के लिए पूरी मजबूती से लड़ती रहेगी।