गावस्कर ने बॉल ट्रैकिंग पर उठाए सवाल, जो रूट के खिलाफ डीआरएस फैसले से असंतुष्ट दिखे खिलाड़ी

भारत और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स टेस्ट के चौथे दिन एक एलबीडब्ल्यू फैसले ने फिर से बॉल ट्रैकिंग तकनीक की सटीकता पर बहस छेड़ दी। इंग्लैंड की दूसरी पारी में मोहम्मद सिराज की गेंद पर जो रूट के खिलाफ एलबीडब्ल्यू की जोरदार अपील को अंपायर पॉल रीफेल ने नकार दिया, जिसके बाद भारत ने रिव्यू लिया। तकनीकी मूल्यांकन के बाद ‘अंपायर कॉल’ के चलते रूट नॉटआउट करार दिए गए।

गावस्कर ने जताई नाराजगी, तकनीक की विश्वसनीयता पर उठाया प्रश्न
इस फैसले के बाद कमेंट्री बॉक्स में मौजूद पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने बॉल ट्रैकिंग सिस्टम की निष्पक्षता पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा, “आप कह रहे हैं कि गेंद केवल लेग स्टंप को छू रही थी? ऐसा लग रहा था जैसे गेंद सीधे स्टंप उखाड़ देती।” गावस्कर ने यह भी स्पष्ट किया कि हालांकि भारत का रिव्यू बरबाद नहीं हुआ, लेकिन तकनीक पर भरोसा करना मुश्किल होता जा रहा है।

फील्ड पर भी दिखा असंतोष
फील्ड पर भी सिराज और कप्तान शुभमन गिल इस फैसले से असंतुष्ट नजर आए। सिराज को पूरा विश्वास था कि गेंद स्टंप पर लग रही थी। स्लिप में खड़े खिलाड़ियों ने भी अपील में पूरा साथ दिया था। रिप्ले में देखा गया कि गेंद सीधा पैड पर लगी थी, लाइन में थी, और इम्पैक्ट लेग स्टंप के काफी करीब था। बावजूद इसके, बॉल ट्रैकिंग में गेंद का स्टंप को ‘हल्के से छूना’ दिखाया गया, जिससे अंपायर कॉल कायम रही।

पूर्व खिलाड़ियों ने भी जताई शंका
पूर्व इंग्लिश बल्लेबाज जोनाथन ट्रॉट ने भी इस फैसले पर आश्चर्य जताया। उन्होंने कहा, “रियल टाइम में मुझे यह बिल्कुल आउट लगा। रिप्ले में भी लग रहा था कि गेंद लेग स्टंप के अंदरूनी हिस्से से टकरा रही है।”

रूट बच गए, लेकिन ज्यादा देर नहीं टिक सके
हालांकि, रूट उस मौके पर आउट होने से बच गए, लेकिन ज्यादा देर क्रीज पर टिक नहीं सके। चाय से ठीक पहले वॉशिंगटन सुंदर ने उन्हें बोल्ड कर भारत को बड़ी सफलता दिलाई। रूट 40 रन बनाकर आउट हुए।

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