शाहजहांपुर जिले के तिलहर स्थित गुरुकुल महाविद्यालय में कक्षा छह के छात्र अनुराग यादव की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत का पुलिस और एसओजी ने रविवार को खुलासा कर दिया। जांच में सामने आया कि सोने की जगह को लेकर हुए विवाद में एक वरिष्ठ छात्र रामलखन (18) ने अनुराग पर लात-घूंसे से हमला किया था। वारदात के बाद आरोपी ने खुद ही अनुराग के खून बहने की जानकारी देकर शक से बचने की कोशिश की।
अनुराग यादव, जो कन्नौज जिले के रामखेड़ा गांव के रहने वाले थे, गुरुकुल में छठी कक्षा में पढ़ते थे। 7 जुलाई की रात उन्हें यज्ञशाला में अचेत पाया गया था। उनके नाक और कान से खून निकल रहा था। शिक्षकों ने उन्हें तत्काल मेडिकल कॉलेज पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पोस्टमार्टम में सामने आया सिर पर गंभीर चोट का मामला
मेडिकल रिपोर्ट में सिर में भारी वस्तु से चोट लगने और खोपड़ी की हड्डी टूटने की पुष्टि हुई, जिसके बाद पुलिस ने हत्या की जांच शुरू की। 26 छात्र-छात्राओं के स्वास्थ्य परीक्षण और तलाशी के दौरान खून लगा कपड़ा और टूटी छड़ें बरामद की गईं। पूछताछ में रामलखन की संलिप्तता उजागर हुई।
इस तरह अंजाम दी गई वारदात
पुलिस के अनुसार, रामलखन और अनुराग के बीच सोने की जगह को लेकर बहस हुई थी। गुस्से में आकर आरोपी ने अनुराग के सिर पर पैर मारा, फिर गर्दन पकड़कर उसके चेहरे पर कई मुक्के मारे। इससे अनुराग बेहोश हो गया और खून निकलने लगा। वारदात के बाद आरोपी चुपचाप जाकर अपनी जगह सो गया। रात करीब 3:30 बजे अन्य छात्रों ने अनुराग को खून से लथपथ देखा, लेकिन आरोपी ने उन्हें भी धमकाकर चुप करा दिया।
सबूत छिपाने की भी कोशिश की गई
रामलखन ने वारदात के समय पहना लोवर, जिस पर खून के धब्बे थे, अपने बक्से में छिपा दिया था। पुलिस ने इसे बरामद कर लिया है। आरोपी का प्रवेश गुरुकुल में टीसी न होने के कारण औपचारिक रूप से नहीं हुआ था। वह लखीमपुर खीरी के एक स्कूल से दसवीं में फेल होने के बाद नौ माह से गुरुकुल में रह रहा था।
एसपी ने दी जानकारी
एसपी राजेश द्विवेदी ने बताया कि पोस्टमार्टम में सिर की चोट से मौत की पुष्टि के बाद छात्र रामलखन को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में उसने जुर्म कबूल कर लिया है। मामूली विवाद में इस जघन्य कृत्य को अंजाम दिया गया।