लखनऊ। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता अखिलेश यादव के भाई प्रतीक यादव ने रियल एस्टेट कारोबारी कृष्णानंद पांडेय, उनकी पत्नी वंदना पांडेय और पिता अशोक पांडेय के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए गौतमपल्ली थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। दर्ज प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि कारोबारी परिवार ने प्रतीक से निवेश के नाम पर लाखों रुपये लिए और अब चार करोड़ रुपये की रंगदारी मांग रहे हैं।
प्रतीक यादव का आरोप है कि कारोबारी ने पहले नजदीकियां बढ़ाकर भरोसे में लिया और फिर वर्ष 2015 में एक कंपनी में उन्हें प्रमोटर बनाकर निवेश करवाया। प्रतीक के अनुसार, कारोबारी ने पारिवारिक और आर्थिक समस्याओं का हवाला देकर उधार भी लिया।
वर्ष 2020 के बाद प्रतीक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझते रहे और पारिवारिक शोक की स्थितियों से भी गुज़रे। इस दौरान कृष्णानंद और उनके परिवार ने उनके संपर्कों और व्यक्तिगत हालात का दुरुपयोग किया। जब प्रतीक ने पैसे वापस मांगे, तो उन्हें पॉक्सो एक्ट में फंसाने, झूठी ऑडियो क्लिप वायरल करने और ईमेल-मैसेज के जरिए धमकियां दी गईं।
पुलिस के अनुसार, रविवार को मामला दर्ज कर लिया गया है। इंस्पेक्टर पंकज कुमार ने बताया कि जांच के बाद कानूनी कार्रवाई की जाएगी।