मुजफ्फरनगर। कांवड़ मेले के दौरान मुजफ्फरनगर में शिवसेना द्वारा संचालित सेवा शिविर अपनी विशिष्ट पहचान के साथ श्रद्धालुओं की सेवा में जुटा है। यह शिविर वर्ष 1992 में बाबरी विध्वंस के बाद स्थापित किया गया था और तभी से हर वर्ष निरंतर शिवभक्तों की सेवा कर रहा है।
शिवसेना जिलाध्यक्ष ललित मोहन शर्मा के नेतृत्व में चल रहे इस शिविर में 24 घंटे सेवा उपलब्ध रहती है। शिविर में सुबह चार बजे से चाय वितरित की जाती है, जबकि दिनभर कच्चा और पका भोजन, शाम को नाश्ता और रात के लिए भोजन की समुचित व्यवस्था की जाती है।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए शिविर में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और गर्मी से बचाव के लिए अग्निशमन यंत्र भी मौजूद हैं।
ललित मोहन शर्मा ने जानकारी दी कि वे बाबरी आंदोलन के दौरान जेल जा चुके हैं और उन पर कई मुकदमे अब भी विचाराधीन हैं। उन्होंने बताया कि शिविर संचालन के दौरान अब पहले की तुलना में अधिक चुनौतियां सामने आ रही हैं। हाल ही में प्रशासन द्वारा सेवा शिविर संचालकों से एक-एक लाख रुपये के मुचलके की मांग की गई थी, हालांकि बाद में यह शर्त हटा ली गई।
शर्मा ने राम मंदिर के निर्माण को हिंदू समाज की आस्था की जीत बताया और कहा कि वर्तमान में हिंदुत्व की विचारधारा कमजोर होती दिख रही है। उन्होंने यह भी कहा कि शिवसेना का यह शिविर केवल सेवा केंद्र नहीं, बल्कि विचार और प्रतिबद्धता का प्रतीक बन चुका है।