राजधानी में बन रही प्रदेश की पहली स्किल लैब, युवाओं को मिलेगा अत्याधुनिक तकनीकी प्रशिक्षण

लखनऊ के अलीगंज स्थित राजकीय आईटीआई परिसर में पांच करोड़ रुपये की लागत से उत्तर प्रदेश की पहली अत्याधुनिक स्किल लैब का निर्माण किया जा रहा है। यह लैब अगले दो महीनों में विद्यार्थियों के लिए खोलने की योजना है। यहां तकनीकी शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को बुलेट, बाइक व ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी से संबंधित उन्नत प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाएगा।

लखनऊ को तकनीकी दक्षता और कौशल विकास के क्षेत्र में एक विशेष केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में यह एक अहम कदम है। अलीगंज स्थित राजकीय आईटीआई में पहले से ही टाटा मोटर्स, मारुति और एचसीएल जैसी प्रमुख कंपनियों द्वारा प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किए जा चुके हैं, जहां विद्यार्थियों को प्रशिक्षण के साथ रोजगार के अवसर भी प्रदान किए जा रहे हैं। इसी क्रम में अब रॉयल एनफील्ड कंपनी द्वारा परिसर में स्किल लैब की स्थापना की जा रही है।

आईटीआई के प्रधानाचार्य राजकुमार यादव ने बताया कि इस स्किल लैब में एक समय में तीन बैच संचालित होंगे, जिसमें प्रत्येक में 27 विद्यार्थियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। एक वर्ष की ट्रेनिंग पूरी करने के बाद युवाओं को रॉयल एनफील्ड में नौकरी का अवसर मिलेगा। विशेष रूप से इलेक्ट्रॉनिक्स मैकेनिक, इलेक्ट्रिशियन, फिटर, वेल्डर और डीजल मैकेनिक ट्रेड से प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके विद्यार्थियों को यहां प्राथमिकता दी जाएगी।

मलिहाबाद में स्थापित हो रहा प्रदेश का पहला इन्क्यूबेशन केंद्र

लखनऊ के मलिहाबाद क्षेत्र में सेंटर फॉर इन्वेंशन, इनोवेशन, इन्क्यूबेशन एंड ट्रेनिंग की स्थापना की जा रही है। यह राज्य का पहला ऐसा संस्थान होगा, जहां आईटीआई छात्र आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबोटिक्स और सॉफ्टवेयर आधारित तकनीकों में विशेष प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे।

राजकीय आईटीआई में आधुनिक कोर्सेस की शुरुआत

टाटा कंपनी के सहयोग से राज्य के विभिन्न आईटीआई संस्थानों—जैसे अलीगंज, मलिहाबाद और मोहनलालगंज—को आधुनिक बनाया जा रहा है। यहां पारंपरिक दो वर्षीय आईटीआई पाठ्यक्रम के साथ विशेष तकनीकी प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। सरकार का लक्ष्य भविष्य में अन्य आईटीआई को भी इसी तर्ज पर उन्नत करना है।

रेमंड की पहल से युवतियां बन रहीं आत्मनिर्भर

राजकीय आईटीआई अलीगंज में रेमंड कंपनी के सहयोग से युवतियों के लिए विशेष प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना की गई है। यहां आठवीं पास छात्राओं को सिलाई व अन्य तकनीकी प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार के लिए तैयार किया जा रहा है। अब तक 300 से अधिक युवतियों को इस केंद्र से प्रशिक्षण मिल चुका है।

ड्रोन और रोबोटिक्स से जुड़ रहे युवा

राजकीय आईटीआई में तीन से छह महीने के विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत युवा ड्रोन टेक्नोलॉजी और रोबोटिक्स जैसे क्षेत्रों में दक्ष हो रहे हैं। प्रशिक्षण के बाद अब तक 100 से अधिक युवाओं ने स्वयं का स्टार्टअप शुरू किया है और स्वरोजगार की राह पर अग्रसर हैं।

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