प्रदेश सरकार ने आगामी 6 और 7 सितंबर को आयोजित होने वाली प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी-2025) के लिए केंद्रों की संख्या बढ़ाने की दिशा में अहम निर्णय लिया है। अब सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों के साथ-साथ सीबीएसई व आईसीएसई से मान्यता प्राप्त स्कूलों को भी परीक्षा केंद्र बनाए जाने की अनुमति प्रदान कर दी गई है।
इस संबंध में कार्मिक विभाग ने सोमवार को शासनादेश जारी किया। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली पीईटी परीक्षा, भर्तियों की प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से लागू की गई दोहरी परीक्षा प्रणाली का पहला चरण है। केवल वही अभ्यर्थी भर्ती परीक्षाओं में शामिल हो सकते हैं, जो पीईटी पास करेंगे।
इस बार पीईटी-2025 के लिए करीब 25.32 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। परीक्षा दो पालियों में आयोजित होगी — पहली पाली सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक और दूसरी पाली दोपहर 3 बजे से शाम 5 बजे तक। आयोग ने अभ्यर्थियों की अधिक संख्या को देखते हुए पहले ही सरकार से सीबीएसई व आईसीएसई स्कूलों को केंद्र बनाने की अनुमति मांगी थी, जिसे अब स्वीकृति मिल गई है।