शाहजहांपुर में युवती से फर्जी नाम से दोस्ती कर दुष्कर्म और धर्म परिवर्तन का दबाव बनाने के मामले में आरोपी नावेद उर्फ कासिफ पठान की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने मामले की गहराई से जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधीक्षक ने एसओजी, सर्विलांस सेल समेत तीन टीमें गठित की हैं, जो आरोपी के मोबाइल फोन, सोशल मीडिया गतिविधियों और कॉल डिटेल्स की जांच करेंगी। आरोपी के फोन में मिले फोटो और वीडियो की भी तकनीकी पड़ताल की जाएगी।
दो साल से चला रहा था झांसा
चौक कोतवाली क्षेत्र की एक युवती ने शनिवार को रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसमें बताया गया कि दो वर्ष पूर्व एक युवक ने ‘शिवा वर्मा’ के नाम से सोशल मीडिया पर संपर्क साधा। उसने तिलक और कलावा पहनकर खुद को हिंदू बताकर धोखे से शादी का झांसा दिया और शारीरिक संबंध बनाए। इसके बाद छिपे कैमरे से वीडियो बनाकर युवती को ब्लैकमेल करता रहा।
मोबाइल से सामने आया असली चेहरा
11 जुलाई को आरोपी का मोबाइल देखने पर युवती को उसकी असल पहचान का पता चला। वह शिवा वर्मा नहीं, बल्कि नावेद उर्फ कासिफ पठान निकला। फोन में कई अन्य लड़कियों के अश्लील वीडियो भी मिले हैं। युवती के गर्भवती होने पर आरोपी ने न केवल दबाव बनाया, बल्कि परिवार के अन्य सदस्यों – भाई कैफ, पिता आलम, मां उजमा और बहन समन – के साथ मिलकर गर्भपात का दबाव भी डाला। आरोप है कि नावेद ने गर्भवती युवती के पेट पर लात मारी, जिससे गर्भपात हो गया।
मुख्य आरोपी गिरफ्तार, अन्य की तलाश जारी
पुलिस ने मुख्य आरोपी नावेद को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। इंस्पेक्टर अश्वनी सिंह ने बताया कि मोबाइल में पाई गई फोटो और वीडियो की जांच की जा रही है, हालांकि अब तक किसी अन्य लड़की ने शिकायत दर्ज नहीं कराई है। मामले की विवेचना इंस्पेक्टर (अपराध) पवन कुमार को सौंपी गई है।
सोमवार को पुलिस ने आरोपी के घर समेत अन्य ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन वह फरार मिला। पुलिस ने उसके रिश्तेदारों के घरों में भी छानबीन की है।
हिंदू संगठनों ने की कड़ी कार्रवाई की मांग
हिंदू जागरण मंच ने इस मामले को लेकर कलक्ट्रेट गेट पर प्रदर्शन किया और छांगुर बाबा का पुतला फूंका। मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन प्रशासनिक अधिकारियों को सौंपते हुए संगठन ने आरोप लगाया कि छांगुर बाबा उर्फ जालालुद्दीन धर्मांतरण गिरोह का सरगना है, जिस पर रासुका (NSA) लगाने और उसकी अवैध संपत्ति ज़ब्त करने की मांग की गई।
संगठन का दावा है कि नावेद के कब्जे में 18 हिंदू लड़कियों के अश्लील वीडियो हैं और वह उन्हें धर्मांतरण के लिए धमका रहा है। उन्होंने गैंगस्टर एक्ट और एनआईए जांच की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में राजेश अवस्थी, गोविंद मिश्रा, धर्मेन्द्र पाल, अंकुल शुक्ला, अभय राज सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।