छपार (मुजफ्फरनगर)। दिल्ली-देहरादून राष्ट्रीय राजमार्ग पर मंगलवार को छपार कस्बे में कांवड़ियों के एक समूह ने जमकर हंगामा किया। घटना उस समय हुई जब कुछ कांवड़ यात्री टेंपो में लिफ्ट लेकर यात्रा कर रहे थे। आरोप है कि दिल्ली से आए अन्य कांवड़ियों ने टेंपो को जबरन रुकवाया और उसमें सवार श्रद्धालुओं के साथ बदसलूकी की।
यह घटना मंगलवार दोपहर करीब तीन बजे छपार बस स्टैंड के पास लोहे के पुल के नीचे हुई। जानकारी के अनुसार, बरला की ओर से आ रहे एक टेंपो को दिल्ली निवासी दर्जनभर कांवड़ियों ने बीच रास्ते में रुकवा लिया। उस टेंपो में एक महिला, एक बच्चा और कुछ अन्य कांवड़ यात्री सवार थे।
टेंपो को रुकवाने के बाद इन कांवड़ियों ने उसमें सवार श्रद्धालुओं को नीचे उतारा और उनके साथ धक्का-मुक्की की। इतना ही नहीं, आरोपित टेंपो की छत पर चढ़ गए और उसमें तोड़फोड़ का भी प्रयास किया। मौके पर मौजूद पत्रकारों से बातचीत में कार्तिक और साहिल नामक कांवड़ियों ने दावा किया कि लिफ्ट लेकर यात्रा करना ‘धार्मिक भावना’ के खिलाफ है। उनका कहना था कि जब कांवड़ उठाने का साहस नहीं था, तो ऐसे लोगों को यह यात्रा नहीं करनी चाहिए। उन्होंने स्वीकार किया कि उन्होंने पहले भी लिफ्ट लेने वाले श्रद्धालुओं को “सबक सिखाया” है।
घटना की सूचना मिलते ही छपार थाना प्रभारी विकास यादव पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। हालांकि, प्रत्यक्षदर्शियों का आरोप है कि पुलिस ने हंगामे को रोकने की बजाय वीडियो बनाने में अधिक रुचि दिखाई। थाना प्रभारी ने अपने बयान में कहा कि मौके पर किसी प्रकार की मारपीट या गंभीर हंगामा नहीं हुआ है।