मुंबई के विक्रोली इलाके में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के कार्यकर्ताओं ने एक राजस्थानी दुकानदार के व्हाट्सएप स्टेटस को मराठी समुदाय के खिलाफ अपमानजनक मानते हुए उसके साथ मारपीट की। विवादित स्टेटस सामने आने के बाद दुकानदार को सार्वजनिक रूप से माफी मांगने के लिए मजबूर किया गया।
सड़क पर घुमाया, फिर सौंपा पुलिस को
घटना के दौरान मनसे कार्यकर्ताओं ने न केवल दुकानदार की पिटाई की, बल्कि उसे सड़क पर जुलूस की तरह घुमाया और बाद में पुलिस को सौंप दिया। आरोप है कि दुकानदार ने अपने व्हाट्सएप स्टेटस पर ऐसा संदेश डाला था जिसे मनसे कार्यकर्ताओं ने मराठी अस्मिता के खिलाफ बताया।
भाषा विवाद से जुड़ा मामला
इस घटना की पृष्ठभूमि में महाराष्ट्र में चल रहा भाषा विवाद भी जुड़ा है। हाल ही में राज्य सरकार ने स्कूलों में तीसरी भाषा के रूप में हिंदी को शामिल करने का प्रस्ताव रखा था, जिसे बाद में विकल्प आधारित बना दिया गया। यदि किसी कक्षा में 20 छात्र किसी अन्य भाषा को चुनना चाहें तो उन्हें इसकी अनुमति दी गई।
राजनीतिक विरोध के बीच बढ़ा तनाव
हिंदी को तीसरी भाषा के रूप में लागू करने के फैसले का शिवसेना (UBT) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने विरोध किया था। इन दलों का कहना है कि यह राज्य पर हिंदी थोपने का प्रयास है। इसी मुद्दे को लेकर राज्य में भाषा को लेकर संवेदनशीलता बढ़ी है और हालिया घटना को उसी से जोड़कर देखा जा रहा है।