महाराष्ट्र में हिंदी बनाम मराठी का विवाद इन दिनों सुर्खियों में बना हुआ है. मराठी भाषा न बोलने को लेकर कई लोगों के साथ मारपीट की घटनाएं सामने आई है. इस बीच प्रदेश के गृहराज्य मंत्री योगेश कदम का बयान सामने आया है. उनका कहना है कि राजनेता महाराष्ट्र महानगरपालिका को चुनौती देकर पॉलिटिक्स करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि जो हाथापाई और मारपीट का मामला सामने आया है उसपर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
गृहराज्य मंत्री ने साफ कहा कि ये सब राजनीति के तहत हो रहा है. उन्होंने कहा कि इसमें प्लान है कि नहीं वह देखना पड़ेगा. जो भी कोई पॉलिटिकल पार्टी इस तरीके के काम करती है वहां संदेह होता है. मंत्री ने कहा कि मेरा यह मानना है कि राजनीति चल रही है मराठी वोटर को लुभाने के लिए. उन्होंने कहा कि हम मराठी के लिए लड़ रहे और कोई नहीं लड़ रहा है. इसी इरादे से ये सब किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मराठी का अपमान बिल्कुल भी सहन नहीं किया जाएगा.
‘कांग्रेस हाईकमान पॉलिटिक्स कर रहा है’
इसके साथ ही कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार, नाना पटोले नोटिस मामले को लेकर मंत्री ने कहा कि कांग्रेस के अंदर वह भी चाहते हैं कि नक्सलवाद के खिलाफ साथ दें, लेकिन हाई कमान यह नहीं चाहती है. उन्होंने कहा कि विजय वडेट्टीवार भी नक्सलवाद को खत्म करना चाहते हैं क्यों कि विदर में इसका प्रभाव ज्यादा है, लेकिन उनका हाई कमान पॉलिटिक्स कर रहा है और इससे उनका नुकसान होगा.
‘सरकार को बदनाम करना चाहते हैं’
महाराष्ट्र कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नाना पटोले के हनीट्रैप कांड में राज्य के मंत्री, सीनियर IAS और IPS ऑफिसर शामिल होने के आरोप पर उन्होंने कहा कि इसकी कोई पुष्टि नहीं हुई है, एक भी जगह इसकी शिकायत दर्ज नहीं की गई है जो भी कंप्लेंट की गई थी वो हनी ट्रैप का नहीं थी. उन्होंने कहा कि ये सब हमारी सरकार को बदनाम करने के लिए किया जा रहा है. उन्होंने ये भी कहा कि उनको सबूत देना चाहिए.