पटना के चर्चित पारस अस्पताल में शुक्रवार सुबह लगभग 7 बजे पांच हमलावरों ने बक्सर निवासी व आपराधिक गतिविधियों में लिप्त चंदन मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी। हमलावर अस्पताल परिसर में घुस आए और मिश्रा को निशाना बनाते हुए ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इस सनसनीखेज वारदात ने राजधानी समेत पूरे राज्य में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। आम नागरिकों से लेकर विपक्षी नेताओं तक ने कानून-व्यवस्था पर गंभीर चिंता जताई है।
मुख्य शूटर की पहचान की कोशिश, कई हिरासत में
घटना के बाद हरकत में आई पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है, जिनमें एक को मुख्य हमलावर बताया जा रहा है, हालांकि पुलिस ने अब तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। STF और जिला पुलिस के संयुक्त प्रयास से दो आरोपियों की पहचान की गई है—एक बोरिंग रोड और दूसरा फुलवारी शरीफ इलाके से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, सभी आरोपियों की पहचान लगभग तय हो चुकी है और उनकी गिरफ्तारी के लिए राजधानी के कई इलाकों में छापेमारी जारी है।
पटना के एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने मीडिया को बताया कि, “तकनीकी और मानवीय सूत्रों के आधार पर हमारी टीम तेज़ी से जांच कर रही है। यह पूरी घटना पूर्व नियोजित प्रतीत होती है, और इसमें अस्पताल के कुछ आंतरिक लोगों की संलिप्तता से भी इनकार नहीं किया जा सकता।”
कौन था चंदन मिश्रा?
चंदन मिश्रा मूल रूप से बक्सर जिले का रहने वाला था और उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज थे। वह इस समय बेउर जेल में बंद था, लेकिन इलाज के लिए पैरोल पर बाहर आया हुआ था। अस्पताल में उसका ऑपरेशन हो चुका था और वह अगले दिन जेल लौटने वाला था। इसी बीच उसकी हत्या की गई।