सावन का पावन महीना और महाशिवरात्रि का पर्व जैसे-जैसे समीप आ रहा है, कांवड़ यात्रा भी अपने चरम पर पहुंच रही है। हरिद्वार से लाखों शिवभक्त पवित्र गंगाजल लेकर अपने शिवालयों की ओर पैदल कूच कर रहे हैं। इसी श्रद्धा और भक्ति के माहौल में एक विशेष उद्देश्य से निकली कांवड़ यात्रा लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बन गई है।
यह पदयात्रा गौ माता की सुरक्षा के प्रति जनजागृति फैलाने के उद्देश्य से शुरू की गई है। दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में अधिवक्ता नवीन कुमार के नेतृत्व में यह यात्रा 16 जुलाई को हर की पौड़ी, हरिद्वार से आरंभ हुई, जो दिल्ली स्थित प्रधानमंत्री आवास तक जाएगी। इस यात्रा में एक विशेष रथ पर गौ माता की प्रतिमा स्थापित की गई है, जबकि श्रद्धालु गंगाजल लेकर पैदल आगे बढ़ रहे हैं।
यात्रा के उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए अधिवक्ता नवीन कुमार ने बताया कि वे महाशिवरात्रि (23 जुलाई) के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गंगाजल समर्पित कर देश में राष्ट्रीय गौ सुरक्षा कानून लागू किए जाने की अपील करेंगे। उन्होंने कहा कि गौशालाओं में गायों की स्थिति दयनीय है—उचित चिकित्सा, आहार और देखभाल की व्यवस्था नदारद है। यह यात्रा उसी जागरूकता और समाधान की मांग का प्रतीक है।
इस विशेष मुहिम में गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय, हरिद्वार के छात्र नेता आशु मलिक ने भी सहभागिता की है। उन्होंने इसे समाज के लिए प्रेरणास्पद पहल बताते हुए समर्थन दिया।
यह संकल्प यात्रा बड़ौत-बुढ़ाना मार्ग से होते हुए दिल्ली की ओर बढ़ रही है। श्रद्धालुओं का कहना है कि यह केवल शिव भक्ति की नहीं, बल्कि गौ सेवा और रक्षा की यात्रा भी है।