प्राथमिक शिक्षकों को सौगात: एआरपी और डायट मेंटर के भत्तों में बढ़ोतरी

परिषदीय स्कूलों में नवाचार, गुणवत्तापूर्ण शिक्षण और निपुण भारत मिशन को गति देने के लिए शैक्षिक संसाधन व्यक्तियों (एआरपी), राज्य स्तरीय संसाधन समूह (एसआरजी) और डायट मेंटरों को अहम जिम्मेदारी सौंपी जाती है। अब सरकार ने इनके प्रोत्साहन के लिए भत्तों में इजाफा किया है।

बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार, एआरपी और एसआरजी को मिलने वाले मासिक वाहन भत्ते में 2,000 रुपये की वृद्धि की गई है। अब यह राशि क्रमशः 4,500 रुपये (एआरपी) और 2,000 रुपये (एसआरजी) होगी। वहीं, डायट मेंटरों का वाहन भत्ता पहले की तरह 1,000 रुपये ही रहेगा, लेकिन अब उन्हें अतिरिक्त रूप से 500 रुपये प्रतिमाह स्वनिर्मित शिक्षण सामग्री हेतु प्रदान किए जाएंगे।

प्रदेशभर में वर्तमान में लगभग 4,400 एआरपी, 225 एसआरजी और 885 डायट मेंटर सक्रिय हैं, जो शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने में सहयोग कर रहे हैं।

बेसिक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार ने जानकारी दी कि इन भत्तों की मूल व्यवस्था वर्ष 2019 में की गई थी, जिसे अब संशोधित किया गया है। साथ ही, एआरपी और एसआरजी की कार्यक्षमता बढ़ाने और उनमें प्रतिस्पर्धात्मक भावना विकसित करने के लिए सीमैट प्रयागराज में विशेष प्रशिक्षण आयोजित किया जाएगा।

निपुण भारत मिशन के लक्ष्यों को समय से हासिल करने वाले एवं बेहतर प्रदर्शन करने वाले एआरपी, एसआरजी और डायट मेंटरों को अन्य राज्यों के शैक्षिक भ्रमण पर भी भेजा जाएगा, जिससे वे अन्य प्रदेशों के सफल मॉडलों को समझ सकें और अपने क्षेत्रों में लागू कर सकें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here