नई दिल्ली। देश के रक्षा और नागरिक विमान सेवाओं के संयुक्त उपयोग वाले हवाई अड्डों (Joint User Airports) पर अब यात्रियों को विमान के टेकऑफ या लैंडिंग के दौरान खिड़कियों के शटर (ब्लाइंड्स) नीचे करने की आवश्यकता नहीं होगी। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने इस संबंध में दिशा-निर्देशों में संशोधन करते हुए यह व्यवस्था वापस ले ली है।
DGCA ने हाल ही में जारी एक निर्देश में कहा है कि भारतीय वायुसेना के साझा उपयोग वाले हवाई अड्डों पर खिड़कियों के ब्लाइंड्स नीचे रखने की अब आवश्यकता नहीं है, हालांकि हवाई या जमीनी फोटोग्राफी पर प्रतिबंध पहले की तरह प्रभावी रहेगा।
सुरक्षा कारणों से लगी थी पाबंदी
गौरतलब है कि भारत-पाक तनाव के दौरान ऑपरेशन सिंदूर के समय वायुसेना और नागरिक उड्डयन दोनों के हितों को ध्यान में रखते हुए DGCA ने यह निर्देश जारी किया था। खासकर पश्चिमी सीमा के आसपास स्थित हवाई अड्डों पर सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए टेकऑफ और लैंडिंग के समय खिड़कियों को बंद रखने और किसी भी तरह की फोटोग्राफी पर रोक लगाई गई थी।
जब तनाव के बाद हवाई संचालन सामान्य हुआ, तब भी यह निर्देश उन हवाई अड्डों पर लागू रहे जहाँ वायुसेना और व्यावसायिक विमान सेवाएं दोनों संचालित होती हैं।
फोटोग्राफी पर रोक अब भी जारी
हालांकि, DGCA ने स्पष्ट किया है कि भारतीय वायुसेना के साथ संचालित हवाई अड्डों पर हवाई और जमीनी स्तर की फोटोग्राफी पर प्रतिबंध आगे भी लागू रहेगा। यह कदम संवेदनशील सुरक्षा पहलुओं को देखते हुए उठाया गया है।