किश्तवाड़ में सुरक्षाबलों का बड़ा ऑपरेशन, जैश के आतंकियों की घेराबंदी

जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ की स्थिति बनी हुई है। यह मुठभेड़ डाचन क्षेत्र में हो रही है, जहां सुरक्षाबलों ने खुफिया जानकारी के आधार पर सर्च ऑपरेशन शुरू किया। माना जा रहा है कि जैश-ए-मोहम्मद संगठन से जुड़े दो से तीन आतंकी इलाके में छिपे हैं।

सेना, CRPF और पुलिस का साझा अभियान
डाचन क्षेत्र की घेराबंदी कर दी गई है और सेना, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) तथा जम्मू-कश्मीर पुलिस मिलकर इस अभियान को अंजाम दे रहे हैं। दोपहर के समय मुठभेड़ की शुरुआत हुई और आतंकियों को चारों ओर से घेर लिया गया। फिलहाल किसी आतंकी के मारे जाने या पकड़े जाने की पुष्टि नहीं हुई है। ऑपरेशन को बेहद सतर्कता से अंजाम दिया जा रहा है।

स्लीपर सेल नेटवर्क पर भी शिकंजा
इससे एक दिन पहले काउंटर इंटेलिजेंस कश्मीर (CIK) यूनिट ने घाटी के चार जिलों में एक साथ दस जगहों पर तलाशी अभियान चलाया था। ये छापेमारी जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर अब्दुल्ला गाजी द्वारा संचालित स्लीपर सेल और भर्ती नेटवर्क के खिलाफ की गई थी। यह अभियान पुलवामा, श्रीनगर और बडगाम जिलों में चलाया गया।

घाटी में आतंकी गतिविधियों पर पैनी नजर
सुरक्षाबलों ने जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों पर नियंत्रण के लिए हाल के दिनों में कई बड़े अभियान शुरू किए हैं। खासकर राजौरी, पुंछ, डोडा, रियासी, उधमपुर और किश्तवाड़ जैसे पहाड़ी जिलों में करीब 70 से अधिक तलाशी अभियान किए जा चुके हैं।

50 से अधिक आतंकी सक्रिय, कई LoC पार घात लगाकर बैठे
सेना सूत्रों के अनुसार, जम्मू संभाग के छह जिलों में 50 से 60 आतंकियों की सक्रियता के इनपुट हैं, जिनमें ज्यादातर जैश से जुड़े हुए हैं। ये आतंकी छोटे-छोटे समूहों में बंटकर इलाके में गतिविधियां संचालित कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त, नियंत्रण रेखा के उस पार 70 से अधिक आतंकी लॉन्चपैड्स पर घुसपैठ का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन सेना की सतर्क निगरानी के चलते उनकी हर कोशिश विफल हो रही है।

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