लखनऊ। कांग्रेस पार्टी ने आगामी पंचायत चुनाव अपने बलबूते पर लड़ने का निर्णय लिया है। पार्टी का मानना है कि यह चुनाव 2027 के विधानसभा चुनाव की नींव साबित होंगे। इसी उद्देश्य से संगठन सृजन अभियान को पूरी शक्ति के साथ प्रदेशभर में चलाया जा रहा है। कार्यकर्ताओं को एकजुट कर बूथ स्तर पर मजबूती देने पर जोर दिया जा रहा है।
सोमवार को कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में हुई बैठक में संगठन सृजन को 2027 की जीत की कुंजी बताया गया। बैठक में मौजूद प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय ने कहा कि यह केवल कार्यकारिणी गठन का कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक व्यापक आंदोलन है, जो विधानसभा चुनाव की दिशा तय करेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पंचायत चुनाव अपने बल पर लड़ेगी और यहीं से 2027 के लिए चुनावी बिगुल बजेगा। संगठनात्मक ढांचे का पहला चरण 15 अगस्त 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा।
प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि जनता का आक्रोश लगातार बढ़ रहा है और जल्द ही लोग अपने मत से तानाशाही के अंत का रास्ता तय करेंगे। बैठक में पूर्व सांसद पी.एल. पुनिया, ए.पी. गौतम, रविप्रकाश वर्मा, विधायक वीरेन्द्र चौधरी, पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी और अनिल यादव समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल रहे।
जोनवार चल रही हैं संगठन समीक्षा बैठकें
कांग्रेस का संगठन सृजन अभियान ज़ोनवार चलाया जा रहा है। इसकी शुरुआत 16 जुलाई को मेरठ (पश्चिम जोन) से हुई। 17 जुलाई को ब्रज क्षेत्र के अलीगढ़, बुंदेलखंड के झांसी, प्रयाग जोन के प्रयागराज और पूर्वांचल जोन के गोरखपुर में बैठकें हुईं। सोमवार को लखनऊ में समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया।
कांग्रेस का प्रदेशव्यापी विरोध प्रदर्शन आज
प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने जानकारी दी कि मंगलवार को राज्य के सभी जिलों में कांग्रेस कार्यकर्ता बिजली कटौती, निजीकरण और यूरिया की कमी को लेकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। यह प्रदर्शन जिलों, तहसीलों और ब्लॉकों में किए जाएंगे, जहां ज्ञापन भी सौंपा जाएगा।