नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि यह सत्र देश के लिए “विजय उत्सव” की तरह है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि सभी सांसद एक स्वर में इस भावना को अभिव्यक्त करेंगे और राष्ट्रहित से जुड़े मुद्दों पर एकजुट रहेंगे।
सत्र आरंभ होने से पहले संसद परिसर में मीडिया को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने हाल की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में अब तेजी से शांति बहाल हो रही है। बम और बंदूक की राजनीति के स्थान पर अब संविधान की विजय हो रही है। पहले के ‘रेड जोन’ अब ‘ग्रीन डेवलपमेंट ज़ोन’ में बदलते जा रहे हैं।
‘देश के लिए गर्व का समय’
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह मानसून सत्र देश के लिए गौरव का प्रतीक है। हालिया सैन्य अभियान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भारतीय सेना ने पूरी तरह से अपने लक्ष्यों को हासिल किया है, जिससे वैश्विक स्तर पर देश की सैन्य क्षमता का प्रदर्शन हुआ है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि देश में महंगाई नियंत्रण में है, और जलाशयों के जलस्तर में बढ़ोतरी से आर्थिक गतिविधियों को मजबूती मिलेगी।
विपक्ष की मांग और सरकार का रुख
विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ (INDIA) द्वारा ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम आतंकी हमले जैसे मुद्दों पर चर्चा की मांग के बीच प्रधानमंत्री ने भरोसा जताया कि संसद इस बार भी राष्ट्रीय मुद्दों पर गंभीर और रचनात्मक चर्चा का गवाह बनेगी।
राष्ट्रीय हित में एकता पर जोर
प्रधानमंत्री ने उन सभी सांसदों की सराहना की, जिन्होंने विदेशी दौरों के माध्यम से पाकिस्तान की आतंकी गतिविधियों को वैश्विक मंच पर उजागर किया। उन्होंने कहा कि भले ही राजनीतिक दलों के एजेंडे अलग हों, लेकिन जब बात राष्ट्रीय सुरक्षा और हितों की हो, तो सभी को एकजुट रहना चाहिए।