अपाचे हेलीकॉप्टर की पहली खेप पहुंची भारत, सेना की क्षमता में इजाफा

भारतीय सेना की ताकत में अब दुनिया का सबसे आधुनिक लड़ाकू हेलीकॉप्टर शामिल होने जा रहा है। अमेरिकी कंपनी बोइंग द्वारा तैयार किए गए अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर की पहली खेप भारत पहुंच चुकी है। सेना ने जानकारी दी है कि इन हेलीकॉप्टरों को जोधपुर में तैनात किया जाएगा, जिससे देश की रक्षा तैयारियों को और मजबूती मिलेगी।

अपाचे हेलीकॉप्टर की विशेषताएं

अपाचे एक नाइट विजन कॉम्बैट हेलीकॉप्टर है, जिसे आधुनिक युद्ध की जरूरतों के अनुरूप डिजाइन किया गया है। इसमें अत्याधुनिक कम्युनिकेशन, नेविगेशन, टारगेटिंग सेंसर और हथियार प्रणाली लगी है, जो दिन और रात दोनों समय दुश्मन को पहचानने और निशाना साधने में सक्षम है। इसकी खास बात यह है कि यह कम दृश्यता जैसे धुंध, धूल और वर्षा में भी आसानी से ऑपरेशन को अंजाम दे सकता है।

बोइंग के अनुसार, यह हेलीकॉप्टर लगभग 21,000 फीट की ऊंचाई तक उड़ सकता है और इसकी अधिकतम गति 280 किमी प्रति घंटा है। इसमें दो 30 मिमी की गन लगी होती हैं, जिनमें एक साथ 1,200 राउंड भरे जा सकते हैं। इसके अलावा यह AGM-114 हेलफायर मिसाइलों और स्ट्रिंगर एयर-टू-एयर मिसाइलों से लैस होता है, जो दुश्मन के टैंकों, बख्तरबंद गाड़ियों और वायुसेना के लक्ष्यों को चंद सेकंड में नष्ट कर सकते हैं।

2015 में हुआ था सौदा

भारत ने 2015 में 22 अपाचे हेलीकॉप्टर खरीदने के लिए अमेरिका से करार किया था। इसके बाद फरवरी 2020 में भारत ने एक और समझौते के तहत 60 करोड़ डॉलर में छह और अपाचे हेलीकॉप्टरों की खरीद को मंजूरी दी। हाल ही में प्राप्त हेलीकॉप्टर भारतीय थलसेना के एविएशन कोर के लिए मंगवाए गए हैं।

दुश्मन की नजर से भी बचा रहता है

अपाचे हेलीकॉप्टर में सेमी स्टेल्थ तकनीक का उपयोग किया गया है, जिससे यह दुश्मन के रडार की पकड़ में नहीं आता। यह कम ऊंचाई पर उड़ने में भी सक्षम है, जिससे इसकी पहचान और ट्रैकिंग और मुश्किल हो जाती है। इसमें लगे लॉन्गबो रडार की मदद से यह समुद्री अभियानों में भी उपयोगी साबित हो सकता है।

थलसेना और वायुसेना दोनों के लिए सहायक

अपाचे सिर्फ वायुसेना ही नहीं बल्कि थलसेना के लिए भी एक अहम हथियार साबित होगा। यह युद्धभूमि में ग्राउंड ट्रूप्स को हवाई सुरक्षा देने के साथ-साथ दुश्मन पर सटीक हमला करने की क्षमता रखता है। इसमें दो पायलट होते हैं—एक संचालन करता है और दूसरा हथियार प्रणाली को नियंत्रित करता है। इस संयोजन से यह हेलीकॉप्टर किसी भी चुनौतीपूर्ण स्थिति में प्रभावी भूमिका निभा सकता है।

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