स्मार्टफोन बाजार में प्रीमियम ब्रांड्स जैसे Apple और Samsung को कड़ी टक्कर देने के लिए चीनी कंपनियां अब बड़े बैटरी बैकअप वाले फोन पर फोकस कर रही हैं। रियलमी पहले ही 10,000mAh बैटरी वाले स्मार्टफोन की घोषणा कर चुकी है और अब ओप्पो, ऑनर, वीवो और शाओमी जैसे ब्रांड्स भी 2026 तक इसी श्रेणी में अपने डिवाइस पेश करने की तैयारी में हैं।
सस्ते और मिड-रेंज फोन सेगमेंट में बड़ी बैटरी की मांग तेजी से बढ़ रही है। हाल ही में ऑनर ने 8300mAh बैटरी के साथ Honor X70 लॉन्च किया, जबकि POCO F7 5G को 7550mAh बैटरी के साथ पेश किया गया, जिसे कंपनी का अब तक का सबसे ताकतवर गेमिंग स्मार्टफोन माना जा रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, कुछ और चीनी ब्रांड्स 7000mAh बैटरी वाले डिवाइस भी जल्द पेश कर सकते हैं।
ऑनर ने कुछ समय पहले एक ऐसा स्मार्टफोन उतारा था जो सिर्फ 7.76 मिमी पतला था, लेकिन इसमें बड़ी बैटरी को शामिल किया गया। इस तकनीकी प्रगति के पीछे सिलिकॉन-कार्बन बैटरी टेक्नोलॉजी का योगदान है। इस नई बैटरी तकनीक के जरिए अब स्मार्टफोन कंपनियां ज्यादा क्षमता की बैटरियों को पतले और हल्के फोन में समायोजित कर पा रही हैं। इससे फोन का डिज़ाइन कॉम्पैक्ट रहते हुए भी बैकअप बेहतर हो रहा है।
इसके उलट, गूगल, सैमसंग और ऐपल जैसे ब्रांड अब भी पारंपरिक लिथियम-आयन बैटरियों का ही इस्तेमाल कर रहे हैं, जो आकार और वजन दोनों में अधिक होती हैं। उदाहरण के लिए, लगभग 75,000 रुपये की कीमत वाला Samsung Galaxy S25 मात्र 4000mAh बैटरी के साथ आता है। वहीं चीनी कंपनियां 10 हजार रुपये के आसपास 6000mAh तक की बैटरी वाले स्मार्टफोन उपलब्ध करा रही हैं।
बड़ी बैटरी वाले फोन की सबसे बड़ी खासियत यह है कि बार-बार चार्जिंग की जरूरत नहीं पड़ती, जो आज के यूजर्स की एक बड़ी प्राथमिकता बन चुकी है।