मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में जनसुनवाई के दौरान एक गंभीर सामाजिक समस्या सामने आई, जहां महिलाओं ने अवैध शराब बिक्री और उससे हो रहे दुष्प्रभावों को लेकर प्रशासन से शिकायत की। ग्राम बलवाड़ा की दर्जनों महिलाएं मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय पहुँचीं और गांव में कच्ची और अंग्रेजी शराब के अवैध व्यापार पर रोक लगाने की मांग की।
“लाडली बहनों के खाते से पैसे छीनकर शराब पीते हैं युवक”
महिलाओं का कहना था कि ‘लाडली बहना योजना’ के तहत मिलने वाली आर्थिक सहायता और मुफ्त अनाज योजना के लाभ तक का दुरुपयोग हो रहा है। युवकों द्वारा यह पैसा छीनकर शराब में उड़ाया जा रहा है और कई घरों में अनाज तक बिक गया है। महिलाएं बोलीं—”घरों में खाने के लाले पड़ गए हैं, झगड़े रोज़ाना की बात हो गई है।”
अवैध शराब से गांव की स्थिति बिगड़ रही
जनसुनवाई में पहुंची 100 से अधिक महिलाओं ने बताया कि गांव की गलियों, दुकानों और कुछ घरों से खुलेआम शराब की बिक्री हो रही है। इससे युवाओं में नशे की लत बढ़ गई है और हालात इतने खराब हैं कि 18-20 साल के लड़कों के विवाह संबंध तक नहीं जुड़ पा रहे। महिलाएं रोष जताते हुए बोलीं—”सुबह 7 बजे से शराब पीने लगते हैं युवक, और दिनभर गांव में हुड़दंग मचाते हैं।”
प्रशासन ने कार्रवाई का भरोसा दिया
महिलाओं ने बताया कि वे कई बार शिकायत कर चुकी हैं लेकिन ठोस कार्रवाई नहीं हुई, इसीलिए अब जनसुनवाई में आकर गुहार लगाई है कि गांव को नशे से मुक्त किया जाए। इस पर जिला आबकारी अधिकारी चंदन सिंह मीणा ने कहा कि अवैध शराब के विरुद्ध लगातार कार्रवाई की जा रही है और बलवाड़ा की महिलाओं की शिकायत के आधार पर जल्द ही वहां विशेष कार्रवाई की जाएगी।