चंडीगढ़ की 17 वर्षीय स्केटर जाह्नवी जिंदल ने फ्री स्टाइल स्केटिंग में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। वह इस इवेंट में एक साथ पांच गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज कराने वाली भारत की पहली खिलाड़ी बन गई हैं।
स्केटिंग के साथ भंगड़ा भी करती हैं जाह्नवी
सेक्टर-22 की निवासी जाह्नवी, जो फिलहाल सेक्टर-16 के गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में 12वीं की छात्रा हैं, स्केटिंग में असाधारण प्रतिभा रखती हैं। वह न केवल स्केट्स पर रिकॉर्ड बनाती हैं, बल्कि स्केट पहनकर भंगड़ा करने में भी निपुण हैं। जाह्नवी के माता-पिता – पिता मुनीश जिंदल, जो जनरल इंश्योरेंस क्षेत्र में कार्यरत हैं, और मां दिव्या, जो सरकारी स्कूल में हिंदी पढ़ाती हैं – बेटी की इस सफलता पर बेहद गर्वित हैं।
बिना कोच के किया अभ्यास
जाह्नवी ने अपने सभी रिकॉर्ड्स किसी कोच की मदद के बिना, खुद अभ्यास करके बनाए हैं। इससे पहले वह इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी अपना नाम दर्ज करा चुकी हैं।
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज 5 कीर्तिमान
- 30 सेकंड में 360 डिग्री के 27 राउंड – इनलाइन स्केट पर। (28 जुलाई 2024)
- दो पहियों पर 8.85 सेकंड में सबसे तेज स्लैम (20 कोन पार करते हुए) – इनलाइन स्केट पर। (15 सितंबर 2024)
- 30 सेकंड में एक-पहिया स्केट पर 42 बार 360 डिग्री घूमना। (15 सितंबर 2024)
- 1 मिनट में एक-पहिए पर 72 बार 360 डिग्री रोटेशन। (15 सितंबर 2024)
- लगातार एक-पहिया स्केट पर 22 बार 360 डिग्री पर घूमना। (15 सितंबर 2024)
एडवेंचर से मिला प्रोत्साहन
जाह्नवी के पिता बताते हैं कि उन्हें खुद रोमांचक खेलों का शौक है। उन्होंने बेटी को कई बार रिवर क्रॉसिंग और ऊंचाई से जंप जैसे एडवेंचर एक्टिविटी में शामिल किया, जिससे जाह्नवी की रुचि भी एडवेंचर की ओर बढ़ी। बाद में उसने घर की सीढ़ियों, पार्क और रैंप पर स्केटिंग की प्रैक्टिस शुरू की। फ्री स्टाइल स्केटिंग की बारीकियों को उसने इंटरनेट और यूट्यूब से सीखा।
इंटरनेट बना सफलता की सीढ़ी
जाह्नवी मानती हैं कि अगर बच्चे इंटरनेट का सही इस्तेमाल करें तो वे बहुत कुछ सीख सकते हैं। उन्होंने कहा, “मेहनत और लगन से कुछ भी संभव है। अगर ठान लें तो सफलता जरूर मिलेगी।”
जाह्नवी की प्रेरणा युवराज सिंह भी
चंडीगढ़ से ही आने वाले पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह भी अपने समय में दो वर्ल्ड रिकॉर्ड बना चुके हैं – 2007 टी20 वर्ल्ड कप में 12 गेंदों में अर्धशतक और एक ओवर में छह छक्के। जाह्नवी ने भी रिकॉर्ड की राह में अपनी मिसाल कायम कर दी है।