ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने भारत के साथ संभावित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को ब्रिटेन के लिए ब्रेक्जिट के बाद सबसे बड़ा और आर्थिक दृष्टि से सबसे महत्वपूर्ण कदम बताया है। लंदन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ संयुक्त प्रेस वक्तव्य में स्टार्मर ने कहा कि यह करार ब्रिटेन के श्रमिक वर्ग, सेवा क्षेत्र और उपभोक्ताओं—सभी के लिए लाभकारी होगा।

उन्होंने कहा कि एफटीए से ब्रिटेन में भारतीय वस्तुओं की कीमतों में गिरावट आएगी, जिससे उपभोक्ताओं को सीधा लाभ होगा। साथ ही इससे नौकरियों के अवसर बढ़ेंगे, वेतन में बढ़ोतरी होगी और जीवन स्तर में सुधार आएगा।
भारतीय वस्तुओं के दाम होंगे कम, उद्योगों को मिलेगा बढ़ावा
प्रधानमंत्री स्टार्मर ने स्पष्ट किया कि यह समझौता ब्रिटेन के उन्नत विनिर्माण क्षेत्र, स्कॉटलैंड की व्हिस्की इकाइयों और लंदन, मैनचेस्टर व लीड्स के सेवा क्षेत्र के लिए लाभदायक रहेगा। भारतीय वस्तुओं जैसे कपड़े, जूते और खाद्य उत्पादों के सस्ते होने से उपभोक्ताओं को भी फायदा होगा।

ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को मिलेगा बड़ा फायदा
स्टार्मर के मुताबिक इस समझौते से ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को हर वर्ष लगभग 4.8 अरब पाउंड का अतिरिक्त लाभ होगा। यह वेतन वृद्धि में 2.2 अरब पाउंड और विभिन्न क्षेत्रों को करोड़ों पाउंड की आर्थिक मजबूती देगा। उन्होंने इसे भारत के साथ अब तक के सबसे व्यापक व्यापारिक समझौतों में एक बताया।
वैश्विक साझेदारी की दिशा में बढ़ता कदम
स्टार्मर ने कहा कि अब समय आ गया है जब ब्रिटेन को अलग-थलग रहने की बजाय वैश्विक सहयोग को प्राथमिकता देनी चाहिए। उन्होंने इस समझौते को वैश्विक स्तर पर ब्रिटेन की भूमिका को फिर से परिभाषित करने वाला करार बताया।

6 अरब पाउंड का निवेश, 2200 नौकरियों की उम्मीद
एफटीए की घोषणा के साथ ही दोनों देशों के बीच लगभग छह अरब पाउंड के निवेश और निर्यात की योजना भी सामने आई है, जिससे ब्रिटिश नागरिकों के लिए 2,200 से अधिक रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
भारत-यूके विज़न 2035 रणनीति की भी घोषणा
स्टार्मर ने बताया कि भारत और ब्रिटेन के बीच रक्षा, जलवायु परिवर्तन, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग को लेकर ‘भारत-यूके विज़न 2035’ की शुरुआत की जा रही है।

ऐतिहासिक रिश्तों को नई ऊंचाई
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के साथ संबंध केवल व्यापारिक नहीं बल्कि ऐतिहासिक, पारिवारिक और सांस्कृतिक हैं। उन्होंने इसे द्विपक्षीय रिश्तों का एक नया अध्याय करार दिया।
भारत को निर्यात से मिलेगा बड़ा लाभ
रिपोर्टों के अनुसार, एफटीए से भारत को निर्यात के क्षेत्र में सबसे अधिक लाभ होने की संभावना है। यह अनुमान है कि अगले कुछ वर्षों में भारत का निर्यात 10 से 12 अरब डॉलर तक बढ़ सकता है, जिससे देश को 86 हजार करोड़ से लेकर 1.1 लाख करोड़ रुपये तक का अतिरिक्त लाभ मिल सकता है।

पीएम मोदी ने किया समझौते का स्वागत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस समझौते को भारत-ब्रिटेन रिश्तों के लिए ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा कि वर्षों की मेहनत के बाद हुए इस करार से दोनों देशों के नागरिकों के जीवन स्तर में सुधार होगा और आर्थिक सहयोग को नई दिशा मिलेगी।
भारतीय कंपनियों को मिलेगा ब्रिटेन में बड़ा बाज़ार
एफटीए के तहत कई उत्पादों पर टैरिफ में कटौती या समाप्ति की जाएगी, जिससे भारतीय कंपनियों को ब्रिटेन में अपने उत्पादों की पहुंच बढ़ाने में मदद मिलेगी। विशेष रूप से टेक्सटाइल, फार्मा, ऑटो पार्ट्स और आईटी सेक्टर को इसका सीधा लाभ मिलेगा।

ब्रिटिश कंपनियों के लिए भी खुलेंगे नए अवसर
इस समझौते से ब्रिटिश कंपनियों को भारत में निर्माण और सेवा क्षेत्र में कम लागत में काम करने का अवसर मिलेगा। साथ ही वे तेजी से बढ़ते भारतीय बाज़ार का लाभ उठा सकेंगी। यह दोनों देशों के बीच व्यापार संतुलन और निवेश प्रवाह को नई दिशा देगा।