अपने निजी जीवन को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के बाद पारिवारिक और राजनीतिक मोर्चे पर अलग-थलग पड़े तेज प्रताप यादव ने अब एक नया कदम उठाकर बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है। तेज प्रताप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अपने परिवार के सदस्यों और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के आधिकारिक अकाउंट को अनफॉलो कर दिया है।
उनके इस फैसले ने प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर चर्चाओं को हवा दे दी है। माना जा रहा है कि यह कदम राजद और यादव परिवार के भीतर गहराते मतभेदों का संकेत हो सकता है। तेज प्रताप ने अपनी बहन व राज्यसभा सांसद मीसा भारती, राजलक्ष्मी यादव, हेमा यादव सहित कई करीबी रिश्तेदारों को भी सोशल मीडिया पर अनफॉलो कर दिया है।
तेज प्रताप के इस डिजिटल फैसले के बाद राजनीतिक हलकों में यह सवाल उठ रहा है कि क्या वे जल्द ही कोई बड़ा सियासी निर्णय लेने जा रहे हैं?
भाजपा से जुड़े ‘सपने’ वाला पोस्ट भी बना चर्चा का विषय
तेज प्रताप ने हाल ही में एक पोस्ट में लिखा था कि उन्होंने एक सपना देखा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन्हें भाजपा में शामिल होने का न्योता दे रहे हैं। इस सपने में उन्होंने जवाब दिया कि उनकी खुद की पार्टी है और प्रधानमंत्री चाहें तो उसमें शामिल हो सकते हैं। इस पोस्ट को लेकर भी सियासी गलियारों में तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं।
प्रेरणादायक पोस्ट भी दे रहे संकेत
तेज प्रताप ने गुरुवार को एक और पोस्ट करते हुए लिखा, “सपनों को पाने की चाहत, मेहनत को अपना साथी बना लेती है… हार मानने से पहले एक बार और प्रयास करने की सोचो।” इस संदेश को भी राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा है, और विश्लेषकों का मानना है कि यह आने वाले किसी बड़े कदम की तैयारी का संकेत हो सकता है।
तेज प्रताप पहले भी अपनी शैली और बयानों को लेकर सुर्खियों में रहे हैं। अब देखना यह होगा कि सोशल मीडिया पर उठाया गया यह कदम भविष्य की किसी सियासी दिशा को तय करता है या नहीं।