थाईलैंड और कंबोडिया के बीच पुराना सीमा विवाद एक बार फिर उग्र होता जा रहा है। दोनों देशों के बीच कई इलाकों में गोलीबारी हो रही है। इस बीच आरोप है कि थाईलैंड ने कंबोडिया पर क्लस्टर बम का इस्तेमाल किया है। वहीं कंबोडिया के पास एक ऐसा अस्त्र है, जिसने थाईलैंड की चिंता बढ़ा दी है—वह है उसकी सीमा पर फैली बारूदी सुरंगों का जाल।
सीमा विवाद की आड़ में बारूदी सुरंगें असली चिंता
थाईलैंड का आरोप है कि कंबोडिया विवादित क्षेत्र में नई बारूदी सुरंगें बिछा रहा है, जबकि पहले से मौजूद खतरनाक सुरंगों को अब तक निष्क्रिय नहीं किया गया है। दोनों देश करीब 817 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करते हैं, जहां कई जगह दशकों से संप्रभुता को लेकर विवाद बना हुआ है। 2011 में भी दोनों देशों के बीच जबरदस्त तोपबारी हुई थी, जिसमें कई सैनिक मारे गए थे। इस साल मई में भी हुई झड़प में एक कंबोडियाई सैनिक की मौत हो गई थी।
कंबोडिया का इनकार, सैनिकों की ‘भूल’ बताई वजह
कंबोडिया ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि उसके सैनिक गलती से बारूदी सुरंग के क्षेत्र में चले गए थे, जिससे हादसा हुआ। सरकार की ओर से स्पष्ट किया गया है कि नई सुरंगें नहीं बिछाई गईं।
लाखों बारूदी सुरंगों से बनी है ‘रक्षा दीवार’
कंबोडिया में गृहयुद्ध के दौरान बिछाई गईं बारूदी सुरंगें अब भी बड़ी संख्या में सीमा क्षेत्रों में मौजूद हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इनकी संख्या लाखों में हो सकती है। चीन ने हाल ही में कंबोडिया और लाओस को इन सुरंगों को हटाने की तकनीकी सहायता दी है। चीन की कोशिश है कि इस क्षेत्र में स्थिरता बनी रहे।
थाईलैंड की सेना के लिए बड़ा जोखिम
अगर संघर्ष और बढ़ा तो थाई सेना के लिए बारूदी सुरंगें गंभीर खतरा बन सकती हैं। कंबोडिया की सीमा में प्रवेश की स्थिति में ये सुरंगें सैनिकों और सैन्य वाहनों के लिए घातक साबित हो सकती हैं। इससे थाई सेना का मूवमेंट सीमित हो जाएगा और वह कंबोडियाई हमलों के लिए आसान लक्ष्य बन सकती है।
राजनयिक स्तर पर घेर सकता है थाईलैंड
हालांकि बारूदी सुरंगें कंबोडिया की ताकत मानी जा रही हैं, लेकिन यह उसके लिए कूटनीतिक चुनौती भी बन सकती हैं। यदि इनसे थाई नागरिकों या सैनिकों की जान जाती है तो थाईलैंड इसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठा सकता है। कंबोडिया ओटावा संधि का सदस्य है, जो लैंडमाइन के इस्तेमाल पर रोक लगाती है। ऐसे में थाईलैंड इस मुद्दे को इंटरनेशनल कोर्ट तक ले जा सकता है।