वृंदावन में फर्जी डीएसपी गिरफ्तार, शराब के ठेकों और ई-रिक्शा चालकों से कर रहा था वसूली

वृंदावन में खुद को पुलिस अधिकारी बताकर वसूली कर रहे एक युवक को स्थानीय पुलिस ने धर दबोचा। आरोपी कथित रूप से सीओ रैंक की वर्दी पहनकर इलाके में रौब झाड़ रहा था और शराब के ठेकों सहित ई-रिक्शा चालकों से अवैध वसूली कर रहा था। पुलिस जांच में सामने आया कि वह पूर्व में भी इसी तरह की हरकत के चलते जेल जा चुका है।

थाना वृंदावन के प्रभारी निरीक्षक प्रशांत कपिल के अनुसार, पकड़ा गया युवक सिद्धार्थ चक्रवर्ती पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के चंदन नगर का निवासी है। वह 5 जुलाई को वृंदावन पहुंचा था और यहां कई दिनों तक इधर-उधर घूमने के बाद 16 जुलाई को उसने पुलिस उपाधीक्षक (सीओ) की वर्दी खरीदी। इसके बाद उसने खुद को अफसर बताकर लोगों पर धौंस जमाना शुरू कर दिया।

जानकारी के मुताबिक, सिद्धार्थ ने न केवल ई-रिक्शा चालकों से पैसे वसूलने शुरू किए, बल्कि शराब की दुकानों से भी अवैध वसूली के इरादे से पहुंचा। वहीं पर उसका व्यवहार संदिग्ध लगा और लोगों को उस पर शक हुआ। मामले की सूचना तत्काल पुलिस को दी गई।

सूचना मिलते ही पुलिस ने एक योजना बनाकर उसे धर दबोचा। पूछताछ में उसने खुद को सच्चा अधिकारी साबित करने की कोशिश की, लेकिन सवालों के जवाब में उलझ गया। आखिरकार उसने स्वीकार किया कि वह फर्जी वर्दी पहनकर लोगों को गुमराह कर रहा था।

पुलिस पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ कि हुगली में भी वह इसी तरह की धोखाधड़ी कर चुका है और वहां पकड़े जाने के बाद उसे जेल भेजा गया था। वृंदावन पुलिस अब उसकी पृष्ठभूमि और संपर्कों की गहराई से जांच कर रही है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here